केरलः राजनीतिक हिंसा में माकपा और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मौत
By भाषा | Updated: May 8, 2018 21:56 IST2018-05-08T21:54:40+5:302018-05-08T21:56:58+5:30
केरल सरकार द्वारा इस साल जनवरी में शुरू की गयी पहलों के कारण क्षेत्र में हिंसा के चक्र पर थोड़े समय के लिए रोक लग गयी थी। पुलिस ने बताया कि सोमवार को माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गयी।

केरलः राजनीतिक हिंसा में माकपा और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मौत
कन्नूर (केरल), 8 मईः केरल में राजनीतिक हिंसा के लिहाज से पिछले कुछ समय से बनी हुई शांति भंग करते हुए कन्नूर के पास कुछ घंटों के अंतराल पर हुई अलग-अलग घटनाओं में माकपा और बीजेपी के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री पी विजयन ने घटनाओं को लेकर कहा कि कोई भी राजनीतिक हत्याएं नहीं 'चाहता' और पुलिस को हिंसा बढ़ने से रोकने का निर्देश दिया गया है।
केरल सरकार द्वारा इस साल जनवरी में शुरू की गयी पहलों के कारण क्षेत्र में हिंसा के चक्र पर थोड़े समय के लिए रोक लग गयी थी। पुलिस ने बताया कि सोमवार को माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गयी। आठ लोगों के एक समूह ने पहले उनका पीछा किया और फिर उन पर हमला किया। हमलावरों के आरएसएस एवं बीजेपी कार्यकता होने की बात कही जा रही है। घटना सोमवार रात नौ बजे हुई।
उन्होंने कहा कि बाबू गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद साफ तौर पर बदले की एक कार्रवाई में न्यू माहे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से हत्या कर दी गई।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरएसएस कार्यकर्ता शेमाज ऑटो चलाता था। सोमवार रात ऑटो से बाहर खींचकर उसकी हत्या कर दी गयी। घटना बाबू की हत्या के 30 मिनट के अंदर हुई। उन्होंने बताया कि कोझिकोड़ मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गयी।
पुलिस ने कहा कि हमलावरों का पता लगाया जा रहा है। न्यू माहे इलाका कन्नूर थाना क्षेत्र में आता है जबकि माहे इलाका संघ शासित प्रदेश पुडुचेरी का हिस्सा है। पुलिस ने बताया कि माकपा के स्थानीय नेता बाबू पर कल रात हुए हमले के कुछ ही घंटों बाद शेमाज पर हमला हुआ।
उनका कहना है कि दोनों हत्याएं राजनीतिक रंजिश का परिणाम हैं। पुलिस का कहना है कि मामलों की जांच जारी है। इसी बीच पुलिस ने कहा कि बीजेपी और माकपा द्वारा माहे और कन्नूर जिलों में हत्याओं के खिलाफ आहूत हड़ताल लगभग पूरी तरह सफल रही और कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम ने हिंसा की पुनरावृत्ति को लेकर चिंता जतायी और प्रदेश के राजनीतिक नेतृत्व से साथ बैठकर अपने कार्यकर्ताओं को शांति का रास्ता चुनने के लिए मनाने की अपील की।
ये हत्याएं केरल के राजनीतिक रूप से संवेदनशील कन्नूर क्षेत्र में सत्तारूढ़ माकपा और बीजेपी एवं आरएसएस कार्यकर्ताओं के बीच राजनीतिक हिंसा पर चार महीने से लगे विराम के बाद हुईं। मुख्यमंत्री ने तिरूवनंतपुरम में संवाददाताओं से कहा कि ‘‘कोई भी राजनीतिक हत्याएं नहीं चाहता।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह कन्नूर और आसपास के इलाकों में हिंसा में बढ़ोतरी नहीं होने दे। दोनों दलों के नेताओं ने हत्याओं को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगाए। माकपा की कन्नूर जिला इकाई के सचिव पी जयराजन ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के नेता की हत्या ‘‘जानबूझकर एवं सुनियोचित तरीके’’ से किया गया हमला थी और इसके पीछे की साजिश की जांच की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस और बीजेपी तनाव का माहौल पैदा कर रहे हैं। माकपा की केरल शाखा के सचिव के बालकृष्णन ने हमले की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि भगवा दल शांतिपूर्ण माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, बीजेपी की केरल शाखा के अध्यक्ष के राजशेखरन ने कहा कि पुलिस पार्टी कार्यकर्ताओं को सुरक्षा मुहैया कराने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रही। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने दोनों हत्याओं में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।