COVID19: दिल्ली में 49, महाराष्ट्र में 186 और जम्मू-कश्मीर में 28 मामले, देश में 900 के पार
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 28, 2020 09:36 PM2020-03-28T21:36:52+5:302020-03-28T21:44:39+5:30
महाराष्ट्र सरकार के अनुसार राज्य में COVID19 रोगियों की कुल संख्या 186 हो गई है, 28 नए रोगियों को आज पॉजिटिव पाया गया है। अब तक, कुल 26 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है। COVID19 के लिए आज 104 टेस्ट के नतीजे नकारात्मक पाए गए।
नई दिल्लीः दिल्ली में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 49 हो गई। दिल्ली सरकार ने इसकी घोषणा की। देश भर में कोरोना वायरस के मामलों के लगातार बढ़ रहे हैं।
संख्या 900 के पार पहुंचने के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों पर है जहां इनके मामले ज्यादा सामने आए हैं और इसके साथ ही संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना के 28 केस आए सामने, राज्य में पीड़ितों का आंकड़ा हुआ 186 हो गया है। जम्मू-कश्मीर के प्रमुख सचिव(योजना) रोहित कंसल ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 28 है, जिनमें 25 सक्रिय मामले शामिल हैं, जिनमें से 21 कश्मीर डिवीजन में और 4 जम्मू डिवीजन में हैं। हमारी टीम लगातार हर एक संपर्क का पता लगाने और उनका परीक्षण करने की कोशिश कर रही है।
The total number of positive cases of Coronavirus in Delhi rises to 49: Delhi Government pic.twitter.com/KSu8ywqjhB
— ANI (@ANI) March 28, 2020
महाराष्ट्र सरकार के अनुसार राज्य में COVID19 रोगियों की कुल संख्या 186 हो गई है, 28 नए रोगियों को आज पॉजिटिव पाया गया है। अब तक, कुल 26 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है। COVID19 के लिए आज 104 टेस्ट के नतीजे नकारात्मक पाए गए।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने कहा कि कोई भी पुलिस अधिकारी जिसकी CoronavirusLockdown के दौरान ड्यूटी पर मौत होती है, उनके परिवार को 25 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बीते 24 घंटों में दो मौत सहित 149 नये मामले सामने आए। देश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर एक मीडिया ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि सामाजिक मेल मिलाप को कम करने तथा बंद को 100 फीसदी सुनिश्चित करने के लिये संयुक्त प्रयास किये जा रहे हैं।
मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को बढ़कर 918 हो गए जबकि मृतकों का आंकड़ा 19 है। अग्रवाल ने कहा कि सरकार उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां इस बीमारी के अत्यधिक मामले सामने आए हैं। साथ ही राज्यों के साथ, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्कों का पता लगाने, सामुदायिक निगरानी और इस बीमारी की रोकथाम की रणनीति के कड़ाई से कार्यान्वयन के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर राज्य में कोविड-19 के लिए अस्पतालों की स्थापना पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है और खास तौर पर कोविड-19 के लिए अस्पताल और खंड तैयार कर पर जोर दिया जा रहा है।
केजरीवाल की अपील : प्रवासी मजदूर कहीं न जाएं, हम भोजन-पानी का इंतजाम कर रहे हैं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के चलते राष्ट्रीय राजधानी छोड़कर जा रहे प्रवासी मजदूरों से यहीं रहने की अपील करते हुए शनिवार को उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनके लिए भोजन और रहने का इंतजाम कर रही है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि उनकी सरकार ने इन मजदूरों के लिए बसें उपलब्ध कराई हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यहां ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप सरकार के मंत्री और विधायक विभिन्न क्षेत्रों में जा रहे हैं और प्रवासी मजदूरों से अपने गृह राज्य नहीं जाने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने गृह राज्यों के लिए रवाना हो रहे हैं उनके ठहरने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में भोजन और पानी की सुविधा के साथ आश्रयगृह स्थापित किये गये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूर चिंतिंत हैं क्योंकि उन्हें लग रहा है कि लॉकडाउन लंबा खिंचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में 800 केंद्र गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त भेाजन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में उचित दर की 1000 दुकानें प्रति व्यक्ति साढ़े सात किलोग्राम मुफ्त राशन वितरित कर रही हैं और करीब 71 लाख लोगों को मुफ्त राशन मिलेगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इसी तरह की अपील की और कहा कि दिल्ली सरकार ने शहर से अपने घर जाने की कोशिश कर रहे मजदूरों के लिए 100 बस उपलब्ध कराई हैं।
उन्होंने भी प्रवासियों से अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रहें, उनके लिए राज्य सरकार पूरे इंतजाम कर रही है। इससे पहले, केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकारों ने बसों की व्यवस्था की है। फिर भी, मैं सभी से अपील करता हूं कि वे जहां हैं, वहीं रहें। हमने रहने और भोजन के इंतजाम किए हैं। कृपया घर पर ही रहें। अपने गांव वापस मत जाओ, अन्यथा लॉकडाउन का उद्देश्य विफल हो जाएगा।’’ दिल्ली परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के पैदल अपने घरों की ओर जाना शुरू करने के बाद बसों की व्यवस्था की गई हैं। डीटीसी और क्लस्टर बस उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा से लगते स्थानों तक छोड़ देंगी जहां से उस राज्य की बसें उन्हें आगे ले जाएंगी।
सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार की 100 और उप्र सरकार की 200 बस दिल्ली से पैदल जाने की कोशिश कर रहे लोगों को ले जा रही हैं। अब भी, मैं सभी से लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह करता हूं। बाहर जाने पर, किसी भी तरह के प्रवास पर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है क्योंकि तब आपसी मेलजोल बढ़ेगा।’’ दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भी दिल्ली छोड़ रहे लोगों से यहीं रहने की अपील की और कहा कि सरकार उन्हें स्कूलों में ठहराएगी।
दिल्ली सरकार ने 224 रैन बसेरों और 325 स्कूलों में करीब चार लाख गरीबों तथा जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। हालांकि, हजारों प्रवासी मजदूरों और दिहाड़ी श्रमिकों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है जो लॉकडाउन की वजह से अपना रोजगार और आजीविका खो चुके हैं।