नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के मामलों में हाल में हुई बढ़ोतरी गंभीर चिंता का विषय है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दो राज्यों में स्थिति गंभीर हैं। हाल ही में मामलों में वृद्धि देखी है। महाराष्ट्र और पंजाब में पिछले 24 घंटों में 28,000 से अधिक केस दर्ज हुआ है। कोविड-19 के सबसे ज्यादा उपचाराधीन मरीजों वाले शीर्ष 10 जिलों में से नौ महाराष्ट्र के और एक कर्नाटक से हैं।
ये जिले हैं- पुणे, नागपुर, मुंबई, ठाणे, नासिक,औरंगाबाद, बेंगलुरु अर्बन, नांदेड, जलगांव, अकोला. जिन 10 जिलों में सक्रिय मामले केंद्रित हैं। देश के कई शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है। महाराष्ट्र के बीड, नागपुर में लॉकडाउन है। कई शहरों में नाइट तालाबंदी है।
भारत में कोविड-19 से हुई कुल मौतों में से 88 प्रतिशत मामलों में मरीज 45 वर्ष या उससे ऊपर के आयुवर्ग के थे। गुजरात और एमपी भी चिंता का विषय हैं। गुजरात प्रतिदिन लगभग 1700 मामलों आ रहे हैं।गुजरात में ज्यादातर मामले सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और भावनगर में हैं। एमपी में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और बैतूल है।
महाराष्ट्र, पंजाब व तीन अन्य राज्यों में कोविड-19 के मामले बढ़े: केंद्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात में कोविड-19 के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और संक्रमण के कुल नए मामलों में इन राज्यों की हिस्सेदारी 77.44 प्रतिशत है। बीते 24 घंटों के दौरान देश में संक्रमण के कुल 47,262 नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय के मुताबिक कुल नए मामलों में से 81.65 प्रतिशत छह राज्यों से मिले हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे ज्यादा 28,699 नए मामले सामने आए और इसके बाद पंजाब में 2,254 और कर्नाटक में 2,010 संक्रमित मिले। मंत्रालय ने कहा, “आठ राज्यों में राष्ट्रीय औसत (4.11 प्रतिशत) से ऊंची साप्ताहिक संक्रमण दर दर्ज की गई है। महाराष्ट्र में साप्ताहिक संक्रमण दर सबसे ज्यादा 20.53 प्रतिशत है।”
संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,68,457
भारत में बुधवार को संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,68,457 हो गई जो कुल संक्रमितों का 3.14 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे की अवधि के दौरान उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 23,080 की वृद्धि दर्ज की गई। मंत्रालय ने कहा कि भारत ने 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को देश में कोविड-19 रोधी टीके की खुराक देकर वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है। मंत्रालय ने कहा कि बुधवार सुबह सात बजे तक प्राप्त प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक कुल 8,23,046 सत्रों के जरिये 50841286 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
इनमें 79,17,521 स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को पहली खुराक, 50,20,695 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक, अग्रिम पंक्ति के 83,62,065 कर्मियों को पहली खुराक और ऐसे 30,88,639 कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 45 साल से ज्यादा उम्र के विशिष्ट बीमारियों से ग्रस्त 47,01,894 लाभार्थियों को पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र वाले 2,17,50,472 लाभार्थियों को भी पहली खुराक दी गई। टीके की अब तक दी गई कुल खुराकों में से 60 प्रतिशत आठ राज्यों में दी गईं।