नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई लड़ रहे अपने किसी भी कर्मचारी की मौत हो जाने की सूरत में उसके परिवार को 15 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
यह मुआवजा नियमित तथा बाह्य कर्मचारियों (आउटसोर्स) सहित अनुबंधित कर्मचारियों सभी के लिए होगा।
नगर निकाय ने एक बयान जारी करके कहा, ‘‘परिषद ने ऐसे कर्मचारी (नियमित,अनुबंधित,आरएमआर,टीएमआर,आउटसोर्स कर्मचारी) जो कोविड-19 के खतरे वाले स्थानों के निकट काम कर रहे हैं अथवा जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा है, की मौत पर 15 लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्णय किया है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यद्यपि एनडीएमसी अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए सभी एहतियात बरत रहा है लेकिन इस बात की जरूरत महसूस की गई है कि ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से किसी कर्मचारी की मौत हो जाने पर उसके परिवार को आर्थिक सहायता सुनिश्चित की जाए, ताकि कर्मचारी इस मुश्किल वक्त में एनडीएमसी में काम कर सके।’’
एनडीएमसी संचालित अस्पतालों में छह डॉक्टरों समेत नौ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए
उत्तर दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) द्वारा संचालित अस्पतालों में छह चिकित्सकों और कोविड-19 मरीजों के संपर्क में आए तीन लोगों समेत नौ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। एनडीएमसी के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि हिंदू राव अस्पताल के तीन चिकित्सक और कस्तूरबा अस्पताल के भी उतने ही डॉक्टर कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि एनडीएमसी द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल में काम करने वाली दो नर्सों के पति भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि एक मरीज, जिसे हिंदू राव अस्पताल के ओपीडी द्वारा भेजा गया था, वह भी खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया है।
हिंदू राव अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल कर्मचारियों की संख्या छह है। कस्तूरबा अस्पताल में, दो स्नातकोत्तर छात्र एक सप्ताह के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। अस्पताल में संक्रमित कर्मचारियों की संख्या पांच है। अधिकारी ने कहा कि सभी संक्रमितों को पृथक-वास में रखा गया है।