Coronavirus: केवल 30 मरीजों पर ट्रायल के बाद बायोकॉन की Itolizumab दवा को दे दी गई इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी

By विनीत कुमार | Published: July 14, 2020 09:09 AM2020-07-14T09:09:38+5:302020-07-14T09:18:15+5:30

भारत के औषधि नियंत्रक ने 'आइटोलीजुमैब' (Itolizumab) इंजेक्शन का कोविड-19 के मरीजों के उपचार में सीमित इस्तेमाल किए जाने की मंजूरी दी है।

Covid 19 Drug Itolizumab approved for emergency use just after trial on 30 patients | Coronavirus: केवल 30 मरीजों पर ट्रायल के बाद बायोकॉन की Itolizumab दवा को दे दी गई इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी

Itolizumab को केवल 30 मरीजों के परीक्षण पर मिली मंजूरी (फाइल फोटो)

Highlightsआइटोलीजुमैब को कोविड-19 के मरीजों के लिए इस्तेमाल से पहले केवल 30 मरीजों पर हुआ परीक्षणमुख्य तौर पर त्वचा रोग के उपचार में काम आता है ‘आइटोलीजुमैब’ इंजेक्शन

बेंगलुरु आधारित बायोकॉन लिमिटेड की आइटोलीजुमैब (Itolizumab) ड्रग को केवल चार केंद्रों पर 30 कोरोना मरीजों हुए क्लीनिकल ट्रायल के बाद आपात स्थिति में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई थी। कंपनी ने इस बात का खुलासा सोमवार को किया। 

भारत के औषधि नियंत्रक ने त्वचा रोग के उपचार में काम आने वाले ‘आइटोलीजुमैब’ इंजेक्शन का कोविड-19 के उन मरीजों के उपचार में सीमित इस्तेमाल किए जाने की मंजूरी दी है जिन्हें सांस लेने में मध्यम और गंभीर स्तर की दिक्कत हो। इसे शनिवार को मंजूरी दी गई थी। 

कोरोना वायरस के कारण शरीर के अंगों को ऑक्सीजन न मिलने की गंभीर अवस्था के इलाज में आपात स्थिति में मोनोक्लोनल एंटीबॉडी इंजेक्शन ‘आइटोलीजुमैब’ के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। पिछले कई सालों से त्वचा रोग के इलाज के लिए बायोकॉन कंपनी की यह पहले से स्वीकृत दवा है।

पूरे कोर्स की कीमत करीब 32000 रुपये

कंपनी इसे ALZUMAb के नाम से बेचती है और इसकी कीमत एक छोटी शीशी की कीमत करीब 8000 रुपये है। कंपनी ने खुद ही माना कि ALZUMAb थैरेपी की एक पूरे कोर्स की कीमत करीब 32000 रुपये पड़ेगी क्योंकि चार बार इसे लेने की जरूरत पड़ती है।

कंपनी ने ट्रायल के बारे में बताया कि 30 मरीजों पर इसका परीक्षण हुआ। इसमें जिन 20 मरीजों को दवा दी गई, उनकी हालत में अप्रत्याशित सुधार देखने को मिला और कोई मौत नहीं हुई। रैंडम परीक्षण के तहत 10 अन्य मरीजों को एंटीवायरल, हाइड्रोक्सीकोलोरोक्विन और ऑक्सीजन थेरेपी दी गई। इसमें 10 रोगियों में से तीन की मृत्यु हो गई और सात जीवित बचे।

मई में शुरू हुआ था परीक्षण

कंपनी की ओर से जारी डाटा के अनुसार Itolizumab के क्लीनिकल ट्रायल की शुरुआत मई में हुई थी। ये ट्रायल लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल और दिल्ली के एम्स में किए गए। साथ ही इसका परीक्षण मुंबई के किंग एडवार्ड मेमोरियल (केईएम) और बीवाईएल नायर अस्पताल में भी किया गया। कंपनी का दावा है कि क्लीनिकल ट्रायल में ये साफ हुआ कि दवा से मृत्यु की दर में कमी हुई और साथ ही मरीज के ऑक्सीजन लेवल में भी सुधार हुआ।

बायोकॉन के एग्जिक्यूटिव चेयरपर्सन किरन मजूमदार शॉ ने कहा, '20 मरीज जो ठीक हुए, उनके अलावा कई डॉक्टरों, जांचकर्ताओं ने देश के अलग-अलग हिस्सों में बाजार में उपलब्ध Alzumab को इस्तेमाल करने का फैसला करते हुए मरीजों की जान बचाने की कोशिश की थी। अब तक महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में 150 से ज्यादा मरीजों को Itolizumab या Alzumab से बचाया गया है।'

Web Title: Covid 19 Drug Itolizumab approved for emergency use just after trial on 30 patients

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे