न्यायालय ने कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद के लिए 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया
By भाषा | Published: May 8, 2021 09:49 PM2021-05-08T21:49:41+5:302021-05-08T21:49:41+5:30
नयी दिल्ली, आठ मई उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 के मरीजों की जान बचाने और लोक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में मदद के लिए ऑक्सीजन के आवंटन पर कार्यप्रणाली तैयार करने के संबंध में शीर्ष चिकित्सा विशेषज्ञों के 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया है।
शीर्ष अदालत ने दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे और ऑक्सीजन के आवंटन के निरीक्षण के लिए एक उप समूह का नाम सुझाया और कहा कि इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रणदीप गुलेरिया, मैक्स हेल्थकेयर के संदीप बुद्धिराजा और केंद्र तथा दिल्ली सरकार के दो आईएएस अधिकारी होंगे। दोनों आईएएस अधिकारी संयुक्त सचिव से नीचे के स्तर के नहीं होंगे।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कार्यबल बनाने का उद्देश्य राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ऑक्सीजन आवंटन के लिए कार्यप्रणाली तैयार करना है।
पीठ ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट सचिव कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए लोक स्वास्थ्य व्यवस्था में मदद को लेकर राष्ट्रीय कार्यबल के समन्वयक होंगे और जरूरी होने पर उनके लिए एक अधिकारी को नामित किया जा सकता है जो अतिरिक्त सचिव से नीचे के स्तर के नहीं होंगे।
शीर्ष अदालत ने छह मई को आदेश जारी किया था जिसे शनिवार को अपलोड किया गया। इसमें कहा गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव कार्यबल के पदेन सदस्य होंगे।
पीठ ने कहा कि कार्यबल के सदस्यों में पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. भाबतोश बिस्वास, गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र सिंह राणा, नारायण हेल्थकेयर के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक डॉ देवी प्रसाद शेट्टी, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लौर की प्रोफेसर डॉ. गगनदीप कांग और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लौर के निदेशक डॉ जे वी पीटर होंगे।
कार्यबल के पांच अन्य सदस्यों में मेदांता हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन, क्रिटिकल केयर मेडिसीन एंड आईसीयू, फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड (मुंबई, महाराष्ट्र) के निदेशक डॉ. राहुल पंडित और सर गंगा राम अस्पताल में सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी और गुर्दा प्रतिरोपण विभाग के अध्यक्ष डॉ सौमित्र रावत होंगे।
पीठ ने कहा कि यकृत्त एवं पित्त विज्ञान संस्थान, दिल्ली में हिपैटोलॉजी (जिगर रोग) विभाग के प्रमुख डॉ. शिव कुमार सरीन, हिंदुजा हॉस्पिटल, ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल के डॉक्टर जरीर एफ उदवादिया कार्यबल के सदस्य होंगे।
शीर्ष अदालत ने कहा कि कार्यबल वर्तमान जरूरतों का आकलन करते हुए भविष्य की जरूरतों पर भी प्रकाश डालेगा और मिले अनुभवों के आधार पर कार्यप्रणाली तैयार की जा सकती है।
पीठ ने कहा, ‘‘कार्यबल के गठन से केंद्र सरकार को पारदर्शी और पेशेवराना आधार पर वर्तमान और भविष्य में महामारी की चुनौतियों से निपटने को लेकर रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।’’
शीर्ष अदालत ने कहा कि कार्यबल प्रत्येक राज्य, केंद्रशासित प्रदेश के लिए एक उप समूह या कमेटी का गठन करेगा।
पीठ ने कहा कि कार्यबल इस अदालत को समय-समय पर अपनी सिफारिशें सौंपेगा।
न्यायालय ने कार्यबल से तुरंत काम शुरू कर देने का अनुरोध किया तथा एक सप्ताह के भीतर ऑक्सजीन के लिए प्रारूप निर्धारित करने को कहा। पीठ ने कहा, ‘‘कार्यबल का कार्यकाल आरंभ में छह महीने का होगा।
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