सबरीमला मामला: अदालत ने राहुल ईश्वर की जमानत रद्द की, पुलिस को गिरफ्तारी के निर्देश दिए
By भाषा | Published: December 16, 2018 02:56 AM2018-12-16T02:56:27+5:302018-12-16T02:56:27+5:30
केरल की एक अदालत ने शनिवार को अयप्पा धर्म सेना के नेता राहुल ईश्वर की जमानत को रद्द करते हुए फिर से गिरफ्तारी के आदेश दिए।
केरल की एक अदालत ने शनिवार को अयप्पा धर्म सेना के नेता राहुल ईश्वर की जमानत को रद्द करते हुए फिर से गिरफ्तारी के आदेश दिए। अदालत ने जमानत शर्तों के उल्लंघन को लेकर जमानत रद्द की है। ईश्वर 17 अक्तूबर को भगवान अयप्पा मंदिर को मासिक पूजा के लिए खोले जाने के दौरान हुई हिंसा के मामले में जमानत पर था।
पुलिस ने कहा कि अदालत ने जमानत देते हुए शर्तें लगाईं थीं कि वह हर शनिवार को पत्तनमतिट्टा थाने में रिपोर्ट करेगा। बहरहाल, आठ दिसंबर को वह पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुआ। पत्तनमतिट्टा जिले के रन्नी में स्थित अदालत ने शनिवार को पुलिस को उसे फिर से गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
वहीं,लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद के तहत राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान मोदी ने कहा कि लोगों के बीच जागरुकता फैलाने के उनके प्रयासों में कोई अप्रिय स्थिति नहीं होना चाहिए और उन्होंने एक ‘दुखद खबर’ का हवाला दिया।
प्रधानमंत्री 55 वर्षीय वेणुगोपाल नैयर की मौत का जिक्र कर रहे थे जो बृहस्पतिवार को पार्टी के प्रदर्शन स्थल के समीप आत्मदाह कर लिया था। भाजपा ने राज्य में बंद का आह्वान किया था और दावा किया था कि नैयर ने सबरीमला मुद्दे पर पिनराई विजयन की अगुवाई वाली सरकार के अड़ियल रवैये के कारण यह अतिवादी कदम उठाया।
लेकिन पुलिस ने दावा किया कि नैयर ने दम टूटने से पहले मजिस्ट्रेट के सामने कहा था कि उसने अवसाद के चलते ऐसा कदम उठाया और वह अपने शरीर में आग लगाने के बाद प्रदर्शन स्थल की ओर भागा।
मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से राज्यभर में लोगों को अतिवादी कदम नहीं उठाने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। उन्होंने अट्टिंगल, मावेलिक्कारा, कोल्लाम, अलप्पझुआ और पठानमथिट्टा के पार्टी के मतदान केंद्र स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद में कहा कि हर जीवन महत्वपूर्ण है और उसे ऐसी मार नहीं झेलनी चाहिए।
मोदी ने राज्य में कथित राजनीतिक हिंसा में भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत का जिक्र किया और त्रिपुरा का उदाहरण दिया जहां इसी साल भगवा पार्टी ने 20 सालों से सत्तासीन वामदलों को हरा दिया। उन्होंने कहा कि केरल में भी वह दिन दूर नहीं है।
एक पार्टी कार्यकर्ता के इस सवाल पर कि पार्टी इस दक्षिण राज्य में अपना आधार कैसे फैला सकती है तो उन्होंने कह कि वे लोगों की आवाज सुनें, लोग उनकी सुनेंगे।