तिरुवनंतपुरम, 16 दिसंबर केरल में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए मतगणना बुधवार सुबह शुरू हो गयी। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर माकपा नीत एलडीएफ, कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा नीत राजग के लिए नतीजों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केरल में छह नगर निगमों, 941 ग्राम पंचायतों, 14 जिला पंचायतों और 87 नगरपालिकाओं समेत 1200 स्थानीय स्वशासी निकायों में कुल 21,893 वार्ड के लिए तीन चरणों में आठ, 10 और 14 दिसंबर को चुनाव हुआ।
चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण में 73.12 प्रतिशत, दूसरे चरण में 76.78 प्रतिशत और तीसरे चरण में 78.64 प्रतिशत मतदान हुआ।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि सुबह आठ बजे 244 केंद्रों पर मतगणना शुरू हुई और दोपहर तक अंतिम नतीजे आने की संभावना है।
कोविड-19 से संक्रमित मतदाताओं और पृथक-वास में रह रहे मरीजों के लिए डाक मतपत्र की व्यवस्था की गयी थी। कोविड-19 संबंधी निर्देशों का पालन करते हुए मतगणना करायी जा रही है।
चुनाव के नतीजों की घोषणा के पहले मलप्पुरम, पड़ोस के कोझिकोड और कासरगोड जिलों के कुछ हिस्सों में धारा 144 लगायी गयी है।
इस बार के निकाय चुनाव के परिणाम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इससे राज्य में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक रूझान का पता चलेगा।
इसलिए, कोविड-19 संबंधी तमाम बंदिशों और निर्देशों के बावजूद प्रचार अभियान के दौरान राष्ट्रीय राजनीति से लेकर क्षेत्रीय स्तर तक के मुद्दे उठाए गए।
वर्ष 2015 में सत्तारूढ़ वाम मोर्चे ने 549 ग्राम पंचायतों, 90 ब्लॉक पंचायतों, 44 नगरपालिकाओं और चार निगमों में जीत हासिल की थी। जिला पंचायत स्तर पर यूडीएफ और एलडीएफ, दोनों को सात-सात सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा ने तिरुवनंतपुरम निगम और पलक्कड़ नगरपालिका में अच्छा प्रदर्शन किया था।
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