Coronavirus Update: बिहार में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 600 के करीब, प्रावासी मजदूरों में मिलने लगा है संक्रमण, मचा हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Published: May 9, 2020 08:30 PM2020-05-09T20:30:53+5:302020-05-09T20:30:53+5:30
राज्य में आज कोरोना ने मुजफ्फरपुर जिले में भी पैर पसार लिया है. इसतरह अब बिहार के 38 जिलों में से 37 जिले कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
पटना:बिहार में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढकर अब 600 के आंकडे के करीब है. राज्य में आज कोरोना ने मुजफ्फरपुर जिले में भी पैर पसार लिया है. इसतरह अब बिहार के 38 जिलों में से 37 जिले कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
आज बिहार में अबतक कोरोना के 10 नए मरीज मिले हैं. ये मरीज भी कहीं बाहर से बिहार आये हुए हैं. इसके साथ सीवान में एक और नालंदा में दो मरीज मिले हैं. इस तरह बाहर से वापस आए प्रवासी मजदूरों में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. ऐसे में अबतक पॉजिटिव मरीजों की संख्या 589 हो गई है.
बिहार में आज मुजफ्फरपुर में 3, अरवल और नालंदा में 2, सीवान में 1 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. मुजफ्फरपुर के मुशहरी में पहली बार तीन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले आज एक मरीज शेखपुरा को तो वहीं दो मरीज अरवल जिले के मिले थे. वहीं कोरोना की चौथी अपडेट में भी चार मरीज मिले. इस तरह बिहार में 10 नए मरीजों के साथ कोरोना मरीजों की संख्या 589 हो चुकी है.
ऐसे में प्रवासी मजदूरन के बिहार वापसी के साथ जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढोतरी हो रही है. उससे संभावित नतीजों का अनुमान लगा लोग सिहर जा रहे हैं. मुजफ्फरपुर के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि 6 मई को तीनो लोग गुजरात से आए थे. वे वहां पर सिलाई बुनाई का काम करते हैं. ट्रेन से उतरने के बाद तीनों को मुसहरी प्रखंड के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था.
उसी दिन कुल 41 लोगों का सैंपल लिया गया था. जिसमें से 31की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है बाकी 10 में से 3 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है. जिसमें ये तीनों पॉजिटिव पाए गए. जबकि 7 लोगों के रिपोर्ट का आना अभी बांकी है. तीनों संक्रमितों के ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं, बीएमपी के 5 जवान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस खबर के सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है.
स्वास्थ्य विभाग प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक ये सभी मरीज पटना बीएमपी में पोस्टेड हैं. जिनकी रिपोर्ट आज कोरोना अपोजिटिव पाई गई है. उन्होंने बताया कि 30, 36, 50, 52 और 57 साल के 5 जवानों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है. इनका पता खाजपुरा बताया जा रहा है.
इधर, पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ रही है. बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 318 कोरोना मरीज स्वस्थ हो गए हैं. इस आंकडे को एनालिसिस करने पर फर्स्ट बिहार की टीम ने पाया कि राज्य में 54.35 प्रतिशत लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं. इस हिसाब से अगर देखा जाये तो बिहार के अंदर हर एक दूसरा मरीज स्वस्थ हो रहा है.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्वीट लिखा कि सुबह-सुबह और 33 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने का सुखद समाचार प्राप्त हुआ. जो कुल कोरोना संक्रमितों का 52 प्रतिशत है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन 589 संक्रमितों में 234 मरीज ऐसे हैं, जो सिर्फ छह लोगों की वजह से बीमार हुए हैं.
इनके अलावा 130 ऐसे संक्रमित हैं, जिनकी राज्य से बाहर की ट्रैवल हिस्ट्री है. इनमें सबसे लंबा चेन मुंगेर का रहा. मुंगेर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या सौ से ऊपर हो गई थी. इसे लेकर जमालपुर को हॉट सपॉट बना दिया गया था. इसी तरह, पटना व बक्सर में भी चेन बन गया.
स्वास्थ्य विभाग के आंकडों की मानें तो कोरोना की राज्य में अब तक कुल छह चेन बनी हैं. चेन बनाने वाले जिलों में प्रमुख हैं पटना, मुंगेर, बक्सर, नालंदा और सीवान. इन पांच जिलों में एक-एक मरीज ने अलग-अलग चेन बनाकर अब तक कुल 234 लोगों को संक्रमित किया है. कुल मरीजों की तुलना में ऐसे संक्रमितों को प्रतिशत 40.98 है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कहते हैं कि लोगों की मामूली सी लापरवाही से कोरोना चेन बनती है. उन्होंने कहा जिस व्यक्ति को लक्षण मिलने के बाद क्वारंटाइन किया जाता है, उसे नियमों का पालन करना चाहिए. प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार पिछले तीन सप्ताह के मरीजों का तुलनात्मक रूप से देखा जाये तो इसके दोगुना होने का अंतराल बढा है. उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से 22 अप्रैल तक यानि सात दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हुई है. 15 अप्रैल को राज्य में संक्रमित रोगियों की संख्या 72 थी जो 22 अप्रैल को बढकर 143 हो गई. इसी प्रकार 22 अप्रैल को राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 143 थी जो 26 अप्रैल तक बढकर 277 तक पहुंची.
इसबीच, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय का कहना है कि बिहार सरकार ने 7000 कमरे को क्वरेंटाईन सेंटर बनाया है. कई हजार लोगों को एकसाथ वहां रखने की व्यवस्था है. मंगल पाण्डेय का दावा है कि एक साथ हजारों-हजार मरीजों का ईलाज करने में बिहार सरकार सक्षम है. लेकिन सच्चाई ये है कि हर रोज 20 हजार से ज्यादा मजदूर ट्रेनों से या फिर पैदल बिहार पहुँच रहे हैं. उनका स्वास्थ्य परिक्षण करना, उनको कोरेनटाईन सेंटर में रखना, उनके खाने-पीने की व्यवस्था करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनने जा रही है.