देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के लिए 186906 सैंपल की हुई जांच, 4.3% मिले पॉजिटिव
By अनुराग आनंद | Updated: April 12, 2020 17:24 IST2020-04-12T17:09:42+5:302020-04-12T17:24:02+5:30
देश के अलग-अलग अस्पतालों में 1671 संक्रमितों को वेंटिलेटर व अन्य माध्यमों से ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।

कोरोना वायरस (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: देश भर में जारी कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश भर में कोरोना संक्रमण के 909 मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक देश में संक्रमितों की कुल संख्या 8356 हुई है। इसके अलावा, संक्रमण की वजह से देश भर में 273 लोगों की मौत हुई है। 716 लोग ठीक होकर घर भी गए हैं।
बता दें कि हर रोज स्वास्थ्य मंत्रालय के ही साथ आईसीएमआर व गृह मंत्रालय के अधिकारी द्वारा भी प्रेस वर्ता के माध्यम से देश के लोगों को दिन भर की जानकारी दी जाती है। इसी क्रम में आज आईसीएमआर ने बताया कि अबतक देश में कोरोना के 1,86,906 सैंपल टेस्ट किए गए हैं। बीते 5 दिनों में औसतन हर रोज 15747 सैंपल्स टेस्ट किए गए जिनमें से रोजाना 584 केस औसतन पॉजिटिव पाए गए। इस दौरान यह भी बताया गया कि देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के लिए 1,86,906 सैंपल की हुई जांच में से 4.3% पॉजिटिव केस मिले हैं।
In the last five days, the average number of samples that have been tested is 15,747 per day and the average number of samples which tested positive is 584: Dr Manoj Murhekar, Indian Council of Medical Research #COVID19pic.twitter.com/g1IxrwNntp
— ANI (@ANI) April 12, 2020
वहीं, गृह मंत्रालय की अधिकारी पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं को लेकर स्थिति गृह मंत्रालय के कंट्रोल रूप में पूरी तरह नियंत्रित है, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, उपभोक्ता मामले और रेलवे के अधिकारी रसद समस्याओं के समाधान के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने ये भी बताया कि 29 मार्च 2020 को देश में 979 संक्रमित लोग थे। आज के समय में यह आंकड़ा बढ़कर 8356 हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रविवार शाम तक देश के अलग-अलग अस्पताल में 1671 संक्रमितों को ऑक्सीजन वेंटिलेटर के माध्यम से दिया जा रहा है।
इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी माना है कि कुल मरीजों में से करीब 20 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जिसे आईसीयू में रखने की आवश्यकता पड़ी है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि हम इसके लिए पहले से तैयार थे, जिसका परिणाम है कि अब तक सबकुछ बेहतर तरह से हैंडल किया जा रहा है।
लव अग्रवाल, संयुक्त सचिव, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 9 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार, अगर हमें 1,100 बेड की आवश्यकता थी, तो हमारे पास 85,000 बेड थे। आज जब हमें 1,671 बेड की आवश्यकता है, तब हमारे पास 601 कोविड समर्पित अस्पतालों में 1 लाख 5 हज़ार बेड हैं।