Coronavirus: दुनिया में कोरोना की तांडव लीला देख कर भी नहीं सुधर रहे हैं लोग
By शीलेष शर्मा | Published: March 27, 2020 06:34 PM2020-03-27T18:34:02+5:302020-03-27T18:34:02+5:30
दुनिया में कोरोना के बीभत्स तांडव से भी यह सिरफ़िरे विचिलित नहीं हैं। यह जानते हुये कि लोग घरों में बंद हैं एक दूसरे की जिंदगी बचाने की ख़ातिर फ़िर भी यह सिरफ़िरे गलियों में बिना किसी काम के निकल कर स्थानीय प्रशासन की मुश्किलों को बड़ा रहे हैं।
नयी दिल्ली: शहर वीरान है ,सड़कें सूनी पड़ी हैं ,यदाकदा पुलिस और एम्बुलेंस के सायरन की आवाज़ ख़ामोशी को तोड़ती दिखती है। जगह जगह पुलिस गश्त कर रही है ,कोई वीरान सड़कों पर नज़र आता है तो उसे पुलिस के डंडों से रूबरू होना ही है ,कोरोना का ख़ौफ़ जो ठहरा। लेकिन छोटी -छोटी गलियां वीरान नहीं हैं ,यहाँ झुंडों में घूम रहे लोगों पर न तो प्रधानमंत्री मोदी के हाथ जोड़ने का असर है न कोरोना का ख़ौफ़।
दुनिया में कोरोना के बीभत्स तांडव से भी यह सिरफ़िरे विचिलित नहीं हैं। यह जानते हुये कि लोग घरों में बंद हैं एक दूसरे की जिंदगी बचाने की ख़ातिर फ़िर भी यह सिरफ़िरे गलियों में बिना किसी काम के निकल कर स्थानीय प्रशासन की मुश्किलों को बड़ा रहे हैं। पुलिस बल के आते ही यह घरों में घुस जाते हैं और कुछ देर बाद फिर निकल आते हैं।
दूसरी ओर दैनिक उपभोग की बस्तुओं पर काला बाज़ारी शुरू हो गयी है ,सरकार और प्रशसन बार -बार कह रहा है कि दाल ,आटा तथा राशन ,सब्जी सहित किसी चीज की कमी नहीं होने दी जायेगी, किराना दुकानों ,दूध ,ब्रेड सहित ज़रुरत के सामान की दुकानों को खुला रखने की इज़ाज़त दी गयी है, दुकानें कुछ खुली हैं लेकिन आटा ,दालें जैसे सामान गायब हैं।
कुछ दुकानें यह बेच रहीं हैं परन्तु मनमाने दामों पर ,आलू भी बाज़ारों से गायब है। मदर डेरी ज़रूर दूध ,दही और सब्जियों की आपूर्ति कर रहीं लेकिन यहाँ बिना कोई दूरी बनाये लोग घुसे पड़े हैं ,मॉस्क लगाया है परन्तु एक -दूसरे से सटे हुए है। बेखबर हैं कॅरोना को रोकने के लिये लगाये गये लॉक डॉउन का मक़सद दूरी बनाना है परन्तु यहाँ तो उसका मक़सद ही बेमायने होता नज़र आ रहा है।