नई दिल्ली: देश भर में जारी कोरोना महामारी के बीच दिल्ली के निगमबोध घाट में मृतकों के परिजन अस्थियां लेने नहीं आ पा रहे हैं जिससे वहां अस्थियों की संख्या बढ़ गई है।' निगमबोध घाट के सुपरवाइज़र अवधेश शर्मा ने कहा कि हमारे यहां 228 लॉकर हैं। अभी सभी लॉकर भर चुके हैं। लॉकडाउन को देखते हुए लोग अस्थियां लेने नहीं आ रहे हैं इसलिए अस्थियां यहां रखी गई हैं।
बता दें कि लॉकडाउन की वजह से मृतकों के परिजनों निगम बोध घाट नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसी वजह से तय समय 15 दिन से अधिक हो जाने के बाद भी कई मृतकों की अस्थियां यहां रखी हुई है। निगमबोध घाट में समान्य तौर 15 दिनों के बाद अस्थियों को विसर्जित कर दिया जाता है, लेकिन अभी लॉकडाउन की समस्या को समझते हुए निगमबोध घाट प्रशासन ऐसा नहीं कर मृतकों के परिजन के आने का इंतजार कर रहा है।
बता दें कि देश भर में जारी कोरोना महामारी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार शाम को पत्रकारों को संबोधित करते हुए एक अच्छी जानकारी दी है कि देश के 61 ऐसे जिले हैं जिनमें पिछले 14 दिनों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 3 जिलों में पिछले 28 दिनों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है, इसमें एक नया जिला प्रतापगढ़, राजस्थान शामिल हुआ है। बता दें कि ये सभी जिला वह हैं जहां पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे, लेकिन अब पिछले कई दिनों से यहां संक्रमण के एक भी मामले सामने नहीं आ रहे हैं।
बता दें कि देश में कोरोना संक्रमण तेजी से अपना पैर पसार रहा है। हर रोज दिल्ली व मुंबई जैसे शहरो में कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आ रहे हैं। भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 18,601 हो गई है। 590 से अधिक लोग इस बीमारी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में एक अच्छी खबर यह है कि अकेले सोमवार को 705 मरीज ठीक हुए जो देश में किसी भी एक दिन में कोरोना से मुक्त होने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लगाए गए लॉकडाउन में भले ही थोड़ी ढील दी गई हो, लेकिन संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।