अमरावतीः आंध्र प्रदेश सरकार ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के राज्य से बाहर यात्रा करने पर रोक लगा दी है। कोविड-19 को फैलने से रोकने के उपायों के तहत यह आदेश जारी किया गया है।
राज्य की मुख्य सचिव नीलम साहनी ने एक आदेश में क्षेत्रीय कामकाज से जुड़े पदाधिकारियों को छोड़कर अधिकारियों और कर्मचारियों को यह निर्देश भी दिया कि राज्य के भीतर भी कम से कम आवाजाही करें और विभाग प्रमुख से लिखित अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़कर नहीं जाएं। अभी तक आंध्र प्रदेश सचिवालय के छह से अधिक कर्मचारियों में पिछले दस दिन में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
सचिवालय में कार्यरत अधिकतर कर्मचारी हैदराबाद से हैं, वहीं कुछ अधिकारी नियमित रूप से हैदराबाद और नयी दिल्ली जाते रहते हैं जहां उनके परिवार रहते हैं। मुख्य सचिव ने कहा, ‘‘यह कर्मचारी या अधिकारी की जिम्मेदारी है कि खुद को बचाएं तथा दफ्तरों में संक्रमण और फैलने से रोकने में मदद करें।’
उन्होंने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों में रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालय नहीं आना चाहिए और क्षेत्र के निषिद्ध की श्रेणी से बाहर नहीं होने तक घरों से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोगों, किडनी की बीमारियों आदि से जूझ रहे कर्मचारियों और गर्भवती महिलाओं को भी घर से काम करने को कहा गया है। सभी सरकारी अधिकारियों और स्टाफ सदस्यों के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य किया गया है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के कार्यालय में जाने से पुलिस ने भाजपा नेताओं को रोका
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के कार्यालय में जाने से पुलिस ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये जारी लॉकडाउन के कारण भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को रोक दिया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। भारतीय जनता पार्टी के जिन नेताओं को रोका गया उनमें विधायक राजा सिंह, विधान पार्षद एन रामचंदर राव और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के लक्ष्मण शामिल हैं।
भाजपा ने मुख्यमंत्री के साथ कोविड—19 की स्थिति पर चर्चा करने के लिये 'चलो प्रगति भवन' का आह्वान किया था । प्रगति भवन मुख्यमंत्री का कार्यालय सह आधिकारिक आवास है । पुलिस ने बताया कि सिंह और लक्ष्मण को उनके आवास पर ही इस बात से अवगत करा दिया गया था कि लॉकडाउन के दौरान राजनीतिक जमावड़े जैसी गतिविधि की अनुमति नहीं है और उन्होंने ऐसा किया तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने बताया कि राव को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया है। संवाददाताओं से बातचीत करते हुये भाजपा के नगर अध्यक्ष राव ने कहा कि सिंह और लक्ष्मण के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री से शुक्रवार को मुलाकात का वक्त मांगा था लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुयी। भाजपा नेता ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि राव सरकार लोगों का पर्याप्त कोविड—19 जांच नहीं करा रही है और संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त कदम नही उठा कर रही है। राव ने आरोप लगाया कि जहां संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है वहां सुविधाओं का अभाव है।