Coronavirus: लॉकडाउन में कैश की मांग बढ़ी, हर दिन एटीएम में डाले जा रहे 50 हजार करोड़ से ज्यादा रुपये
By संतोष ठाकुर | Updated: April 5, 2020 07:46 IST2020-04-05T07:46:13+5:302020-04-05T07:46:31+5:30
Coronavirus: नोट की कमी न हो इसलिए लिए कैश मैनेजमेंट कंपनियों ने अपने सभी कर्मियों को दिन-रात काम में लगाया हुआ है। कैश की उपलब्धता पहले से दोगुनी हो गई है। इसकी वजह ये है कि सरकार ने 1.7 लाख करोड़ रुपये का गरीब कल्याण पैकेज घोषित किया है।

कोरोना लॉकडाउन में कैश की मांग बढ़ी (फाइल फोटो)
लॉकडाउन के दौरान प्रत्येक दिन 50000 करोड़ रुपये से अधिक के नोट देशभर के 2 लाख एटीएम में डाले जा रहे हैं। इसकी वजह बैंकों तक सीमित पहुंच, बाजार में कैश की अधिक स्वीकार्यता और कार्ड का मोहल्ला की दुकानों में न्यूनतम स्वीकार किया जाना है।
नोट की कमी न हो इसलिए लिए कैश मैनेजमेंट कंपनियों ने अपने सभी कर्मियों को दिन-रात काम में लगाया हुआ है। फिक्की की प्राइवेट सिक्योरिटी एसोसिएशन कमेटी के चेयरमैन और एसआईएस सिक्योरिटी के एमडी रितुरात सिन्हा कहते हैं कि कैश की उपलब्धता पहले से दोगुनी हो गई है। इसकी वजह ये है कि सरकार ने 1.7 लाख करोड़ रुपये का गरीब कल्याण पैकेज घोषित किया है।
यह पूरी तरह डीबीटी, बैंक में सीधा ट्रांसफर से होगा। इसके अलावा यह सैलरी सप्ताह भी है। इससे एटीएम पर दबाव बढ़ेगा। सिन्हा ने कहा कि इस समय नोटबंदी के समय का अनुभव भी हमारे काम आ रहा है। उस समय दिन-रात एक सप्ताह अपने कार्यालयों में भी रहकर देश के करोड़ो सिक्योरिटी कामगारों ने एटीएम में पैसा उपलब्ध कराया था।
नकली सामान बढ़ने की आशंका: लॉकडाउन में बाजार में नकली सामान के बढ़ने की आशंका जाहिर करते हुए एपीडीआई, एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल डिटेक्टिव एंड इंवेस्टीगेटर्स ने कहा कि देश में आम दिनों में ऐसे 10000 मामले सामने आते हैं। अभी सप्लाई घटी है, लेकिन डिमांड बरकरार है। एपीडीआई के चेयरमैन कुंवर विक्रम सिंह ने कहा कि हम सरकार को जांच में मदद के लिए तैयार हैं। सरकार को बाजार में दबिश बढ़ानी चाहिए।
नोटों से नहीं फैलता कोरोना: देश में कैश मैनेजमेंट को लेकर ऋतुराज सिन्हा ने कहा है कि करीब 10000 सिक्योरिटी कामगार और लगभग 2000 से अधिक वाहन लगातार काम कर रहे हैं। हम कैशवैन की प्वाइंट टू प्वाइंट निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इस आशंका को निराधार करार दिया कि नोट से किसी तरह का कारोनो संक्रमण होता है। उन्होंने कहा कि यह तथ्यहीन है कि नोट से कोरोना फैलता है। हम आरबीआई और बैंकों के निर्देश पर एटीएम को कई जगह दिन में दो बार भी भर रहे हैं।