Coronavirus Outbreak Updates: देश में बढ़ रहा मामला, हिमाचल और बंगाल में 1-1 की मौत, अब तक 9 मरे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 23, 2020 09:55 PM2020-03-23T21:55:59+5:302020-03-23T21:55:59+5:30
हिमाचल प्रदेश की उपनिदेशक सह राज्य निगरानी अधिकारी (समेकित रोग निगरानी परियोजना) डॉ. सोनम जी नेगी ने कहा कि कुछ दिन पहले यह महिला कथित रूप से अमेरिका से कांगड़ा अपने घर पर आयी थी।
नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा के एक निजी अस्पताल में 24 साल की एक महिला की मृत्यु हो गयी है जिसमें कोरोना वायरस के संभावित लक्षण नजर आये थे और वह हाल ही में अमेरिका यात्रा से लौटी थी। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि उसके नमूने परीक्षण के लिए टांडा के डॉ. राजेंद्र प्रसाद सरकारी मेडिकल कॉलेज में भेजे गये हैं लेकिन वह रिपोर्ट आने से पहले ही गुजर गयी। हिमाचल प्रदेश की उपनिदेशक सह राज्य निगरानी अधिकारी (समेकित रोग निगरानी परियोजना) डॉ. सोनम जी नेगी ने कहा कि कुछ दिन पहले यह महिला कथित रूप से अमेरिका से कांगड़ा अपने घर पर आयी थी। नेगी ने कहा, ‘‘ अबतक यह पक्का नहीं हो पाया है कि वह कोविड-19 से ग्रस्त थी या नहीं, लेकिन वह उस देश से लौटी है जहां वायरस पहले ही फैल चुका है।’’
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से पहली मौत सामने आयी, राज्य में लॉकडाउन शुरू
पश्चिम बंगाल में सोमवार से पांच दिनों का लॉकडाउन शुरू होने और कोविड-19 से पहली मौत होने के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजनीतिक दलों से मतभेद भुलाकर कोरोना वायरस महामारी पर जागरूकता फैलाने के लिए आपस में हाथ मिलाने की अपील की। कोलकाता में कोरोना वायरस से संक्रमित 57 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति की सोमवार को मौत हो गई। वह जीवन रक्षक प्रणाली पर था। पिछले सप्ताह जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
वह उत्तर 24 परगना जिले के दमदम का निवासी था। एक निजी अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। उसे 16 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बीच इस व्यक्ति की यात्रा को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। उसके परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उसने कोई विदेश यात्रा नहीं की थी, उसने फरवरी में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का दौरा किया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने यहां सर्वदलीय बैठक में कहा कि इस व्यक्ति और उसके परिवार ने इटली की यात्रा की थी जो यूरोप में इस बीमारी के केंद्र के रूप में उभरा था। उसके परिवार के सदस्यों को सरकारी अस्पताल के पृथक वार्ड में निगरानी में रखा गया है। उन्होंने इस बैठक के दौरान कांग्रेस नेता अब्दुल मनान से कहा, ‘‘मैंने केंद्र से और किट भेजने का अनुरोध किया है। हमारे पास पर्याप्त किट हैं।’’
मनान ने राज्यभर में सार्वजनिक स्थानों पर कोविड -19 का परीक्षण करने के लिए नगरपालिकाओं एवं पंचायतों को शामिल करने का सुझाव दिया था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस संकट के मद्देनजर खाद्यान्न एवं जरूरी वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। कोविड-19 मरीज की मौत के बाद बनर्जी ने प्रशासन को इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए तत्काल उसका अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस व्यक्ति का शव उसके परिवार को नहीं दिया जाएगा एवं निर्धारित नियमों के अनुसार सोमवार रात को उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस बीच कोलकाता एवं अन्य शहरी क्षेत्रों में लॉकडाउन शुरू हो गया एवं पुलिसकर्मी लोगों से अपने घर लौट जाने एवं दुकानदारों से दुकानें बंद करने का आग्रह करते हुए नजर आये। सरकार ने कोलकाता नगर निगम, उत्तरी 24 परगना जिले के सभी निगम क्षेत्रों, मालदा, मुर्शिदाबाद, नदिया, पश्चिम बर्दवान, उत्तरी दिनाजपुर एवं हावड़ा जिलों में लॉकडाउन करने के लिए महामारी रोग अधिनियम, 1897 के प्रावधान लगा दिए। खाद्यान्न, राशन की चीजें, सब्जियां, फल, मांस, मछली, दूध, मेडिकल सेवाएं, घर पर आपूर्ति, पेट्रोल पंप, दवा दुकानें, आईटी सेक्टर एवं बैक, एटीएम आदि को छूट दी गयी है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोमवार को शहर में कर्फ्यू लगा दिया
केंद्र शासित चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोमवार को शहर में कर्फ्यू लगा दिया। कुछ घंटे पहले ही पंजाब सरकार ने पाबंदियों की घोषणा की थी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के प्रशासक वी. पी. सिंह बदनोर ने सोमवार की मध्य रात्रि से अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लागू करने का निर्णय किया है। चंडीगढ़ प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कर्फ्यू लागू होने के साथ सभी निवासियों को घर के अंदर रहने की जरूरत है।
इसमें बताया गया है कि पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बिना छूट के कर्फ्यू लागू करे। संघशासित क्षेत्र के प्रशासक के सलाहकार मनोज परीडा ने कहा कि पुलिस, डॉक्टर और चिकित्सकीय कर्मचारियों सहित जो लोग केवल आवश्यक सेवाओं में लगे हुए हैं, उन्हें कर्फ्यू पास की अनुमति दी जाए।
विज्ञप्ति में बताया गया है, ‘‘पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार के कर्मचारी अपने मुख्य सचिवों के माध्यम से पास के लिए आग्रह करेंगे। चंडीगढ़ के उपायुक्त कर्फ्यू पास पर निर्णय करेंगे।’’ विज्ञप्ति में बताया गया है कि आवश्यक सामानों की खरीद के लिए कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। इसने कहा कि कर्फ्यू लगने के साथ ही सभी निवासियों के लिए घर के अंदर ही रहना अनिवार्य है। चंडीगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस के सात मामले सामने आए हैं। इससे पहले पंजाब सरकार ने कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। भाषा नीरज नीरज उमा उमा