कोरोना से गुजरात के सूरत का बुरा हाल, 24 घंटे हो रहे हैं अंतिम सस्कार, शव वाहनों की भी हुई कमी

By विनीत कुमार | Published: April 13, 2021 03:22 PM2021-04-13T15:22:27+5:302021-04-13T15:22:27+5:30

गुजरात में पिछले 24 घंटे में 6000 से अधिक कोरोना के नए मामले सामने आए हैं और 55 लोगों की मौत हुई है। हालांकि जमीन पर परिस्थिति इससे कहीं ज्यादा खराब नजर आ रही हैं। सूरत में स्थिति बेहद भयावह है।

Coronavirus Gujarat Surat situation lack of oxygen cylinder, ventilator and morgue van | कोरोना से गुजरात के सूरत का बुरा हाल, 24 घंटे हो रहे हैं अंतिम सस्कार, शव वाहनों की भी हुई कमी

गुजरात में कोरोना का कहर (फाइल फोटो)

Highlightsगुजरात के सूरत में पिछले 10 दिनों में मृतकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई हैस्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कब्रिस्तान और श्मशान घाट में 24 घंटे काम हो रहे हैंअस्पताल में बेड से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर की कमी से नहीं मिल पा रहा लोगों को इलाज

पिछले साल कोरोना की मार बुरी तरह झेल चुका गुजरात में इस साल भी कोविड-19 का कहर जारी है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 10 दिनों में सूरत में मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई हैं। इतने शव आ रहे हैं कि कई बार उनके अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

यही नहीं अस्पताल में भी मरीजों का बुरा हाल है। अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और दवा सहित एंबुलेंस तक की कमी हो गई है। इलाज के अभाव में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आलम ये है कि लाशों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के लिए भी शव वाहन कम पड़ गए हैं। एक ही वाहन में कई-कई शव ले जाए जा रहे हैं। ये वाहन शवों को रास्ते में अलग-अलग श्मसान घाट पर उतारते जाते हैं।

चिताओं की गर्मी से भट्‌ठियों की चिमनियां पिघली

इस बीच दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार सूरत के श्मशान घाटों पर चौबीसों घंटे अंतिम संस्कार का काम जारी है। स्थिति ऐसी है कि चिताओं की गर्मी से भट्‌ठियों की चिमनियां तक पिघलले लगी हैं।  

अखबार की रिपोर्ट के अनुसार शहर के अश्विनी कुमार और रामनाथ घेला श्मशान घाट में सब से ज्यादा शव पहुंच रहे हैं। इन जगहों पर रोजाना 100 से ज्यादा लाशाों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

हालात को देखते हुए सूरत में तापी नदी के किनारे कैलाश मोक्षधाम को फिर से शुरू कर दिया गया है। यह पिछले करीब 15 साल से बंद था। इसे खोले जाने के बाद पिछले तीन दिनों में यहां 50 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है।

कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के लिए इंतजार

सूरत में रांदेर के दो और रामपुरा में एक कब्रिस्तान में कोरोना से मरने वालों को दफनाया जा रहा है। इन कब्रिस्तान में आम तौर पर दो से तीन मैय्यत आती थीं। हालांकि अब इनकी संख्या बढ़कर रोजाना 10 से 12 हो गई है।

बता दें कि गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 6,021 नये मामले सामने आने के साथ अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़ कर सोमवार को 3,53,516 पहुंच गई। साथ ही आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इसी अवधि में 55 लोगों की मौत भी हुई है।

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से हुई 55 मौतों में 20 मरीजों की अहमदाबाद जिले में, 19 की सूरत में, सात की वड़ोदरा में और छह की राजकोट में मौत हुई। वहीं, भरूच, बोताड और साबरकंठा में एक-एक संक्रमित की मौत हो गई। 

Web Title: Coronavirus Gujarat Surat situation lack of oxygen cylinder, ventilator and morgue van

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे