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फरवरी 2021 तक खत्म हो जाएगा कोरोना, दावे की हकीकत पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा-वैक्सीन ही एकमात्र विकल्प

By एसके गुप्ता | Updated: October 21, 2020 20:41 IST

क्या बिना वैक्सीन के वाकई में देश से फरवरी 2021 तक कोरोना खत्म हो जाएगा। सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि बिना वैक्सीन के कोरोना खत्म हो जाएगा यह संभव नहीं है।

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ठळक मुद्देपैनल ने यह भी दावा किया है कि फरवरी 2021 तक देश में यह महामारी खत्म हो जाएगी।राजेश भूषण ने कहा कि वैज्ञानिकों के इस आकलन को स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी गंभीरता से ले रहा है।वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की ओर से अध्ययन में सावधानियां बरतने की बातें भी साफ कही गई हैं।

नई दिल्लीः केंद्र की ओर से गठित वैज्ञानिकों के पैनल ने कहा है कि भारत में कोरोना पीक को पार कर गया है। पैनल ने यह भी दावा किया है कि फरवरी 2021 तक देश में यह महामारी खत्म हो जाएगी।

दूसरी ओर यूरोप के कई देशों में कोरोना महामारी फिर से पैर पसारने लगी है और वहां लॉकडाउन का दूसरा चरण शुरू हो गया है। क्या बिना वैक्सीन के वाकई में देश से फरवरी 2021 तक कोरोना खत्म हो जाएगा। सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि बिना वैक्सीन के कोरोना खत्म हो जाएगा यह संभव नहीं है।

आईआईटी और आईआईएससी के जिन प्रोफेसर्स और वैज्ञानिकों ने मैथमेटिक्स मॉडल के आधार पर कोरोना के खत्म होने का आकलन अपने अध्ययन में किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि दो गज की दूरी और मास्क पहनना जरूरी है। राजेश भूषण ने कहा कि वैज्ञानिकों के इस आकलन को स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी गंभीरता से ले रहा है।

लेकिन वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की ओर से अध्ययन में सावधानियां बरतने की बातें भी साफ कही गई हैं। दरअसल देश में जिस गति से कोरोना पॉजिटिव केसेज में गिरावट आ रही है। उसे देखते हुए यह एक गणितिय आकलन कहा जा सकता है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी साफ कहा चुके हैं कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं। स्वास्थ्य मंत्रालय भी बार-बार मास्क पहनने की अपील कर रहा है।

एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती और लोगों को वह नहीं लग जाती तब तक उससे बचाव का एकमात्र विकल्प मास्क पहनना, दो गज की दूरी के नियम का पालन करना और बार-बार साबुन से 20 सैकेंड तक अच्छे से हाथ धोना है।

मास्क पहनना इसलिए जरूरी है कि अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं और बातचीत के दौरान उसके मुंह के ड्रॉपलेट (मुंह से निकले थूक की सूक्ष्म बूंदें) गिरती हैं तो मास्क पहनने के कारण वह ड्रापलेट आपके मुंह और नाक में नहीं जाएंगे। अगर आप उचित दूरी पर खड़े हैं तो भी आप तक ड्रॉपलेट नहीं पहुंचेंगे और अगर आप हाथ धोते रहेंगे तो इससे संक्रमण से बचाव रहेगा।

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