Coronavirus Outbreak Updates: देश में 17 जिले, जहां पहले पॉजिटिव केस मिले थे, पिछले 28 दिनों में कोई नया मामला नहीं
By भाषा | Updated: April 28, 2020 17:07 IST2020-04-28T17:02:44+5:302020-04-28T17:07:43+5:30
देश भर में कोरोना जंग जारी है। सबसे बड़ी बात यह है कि पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से पांच पूरी तरह से कोरोना वायरस से मुक्त हैं और शेष तीन प्रदेशों में पिछले कई दिन से इस बीमारी का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।

24 अप्रैल के बाद इस फेहरिस्त में तीन जिले- महाराष्ट्र का गोंदिया, कर्नाटक का दावनगिरि और बिहार का लखीसराय जिला- जुड़े हैं। (photo-ani)
नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर के पांच राज्यों - सिक्किम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और त्रिपुरा पूरी तरह से कोरोना वायरस से मुक्त हैं। इसके अलावा तीन अन्य राज्य- असम, मेघालय और मिजोरम में कोरोना वायरस के क्रमशः आठ, 11 और एक मामले सामने आए थे।
इस बीच देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बीते 28 दिनों से 17 जिलों में कोरोना वायरस का कोई भी नया मामला नहीं आया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 1543 नए मामले आए, कुल मामले 29,435 हुए। कोविड-19 के 6,868 मरीज अबतक ठीक हो चुके हैं, जो कुल मामलों का 23.3 फीसदी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संक्रमण को रोकने के उपायों के असर की जानकारी देते हुये बताया कि देश के 17 जिले ऐसे हैं, जिनमें पिछले 28 दिनों से संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल के बाद इस फेहरिस्त में तीन जिले- महाराष्ट्र का गोंदिया, कर्नाटक का दावनगिरि और बिहार का लखीसराय जिला- जुड़े हैं।
वहीं, दो जिले (उत्तर प्रदेश में पीलीभीत और पंजाब में एसबीएस), में संक्रमण के नये मामले मिलने के कारण वे इस सूची से हट गये हैं। अग्रवाल ने बताया कि 25 राज्यों के 85 जिलों में पिछले 14 दिनों से कोविड-19 का एक भी मरीज नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के अभियान में लगे स्वास्थ्य कर्मियों और संक्रमित मरीजों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाये जाने की घटनाओं पर मंत्रालय ने चिंता जतायी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस का संक्रमण किसी के लिये कलंक नहीं है, हमारी लड़ाई बीमारी के खिलाफ है, बीमारों के खिलाफ नहीं। अग्रवाल ने मंत्रालय की ओर से देशवासियों से अपील करते हुये कहा, ‘‘किसी भी समुदाय या क्षेत्र को कोविड-19 का संक्रमण फैलने के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए, स्वास्थ्य कर्मियों और सफाई कर्मियों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।’’