बिहार में कोरोना के साथ एईएस कहर, एसकेएमसीएच अस्पताल को मिला पीकू वार्ड का तोहफा
By एस पी सिन्हा | Published: June 6, 2020 05:53 PM2020-06-06T17:53:18+5:302020-06-06T17:54:05+5:30
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीकू वार्ड का उद्घाटन किया. वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्यमंत्री मगल पांडेय भी वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
पटनाः बिहार के मुजफ्फरपुर सहित आसपास के कई जिलों में जारी दिमागी बुखार (एईएस) के कहर के बीच मुजफ्फरपुर स्थित सबसे बडे अस्पताल एसकेएमसीएच को देश की सबसे बड़ा पीकू वार्ड का तोहफा मिला है.
आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 72 करोड़ की लागत से बना देश का पहला एक सौ बेड के पीकू (शिशु गहन चिकित्सा यूनिट) और 60 बेड का इंसेफ्लाइटिस वार्ड का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीकू वार्ड का उद्घाटन किया. वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्यमंत्री मगल पांडेय भी वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
नवनिर्मित अस्पताल में कुल 102 बेड बनाये गए हैं, जिसमें गंभीर मरीजों के लिए 10 ट्राइएज बेड, 90 पीकू बेड एवं दो आइसोलेशन बेड शामिल हैं. पीकू के सभी बेड पर पाइपलाईन के माध्यम से आक्सीजन की व्यवस्था की गई है. पीकू अस्पताल में मरीजों का इलाज आधुनिक तरीके से हो इसके लिए 20 वेंटिलेटर, 102 कार्डियक मानिटर, 21 रेडियंट वार्मर, 90 सीरिंज पम्प, 51 नेवोलाईजर, 02 डिफिब्रीलेटर, 102 इन्फ्यूजन पम्प, 21 पोर्टेबल सक्शन, 51 पेडिएट्रिक्स लेरिंजोस्कोप, 08 प्रोसड्यूरोलाईट, 34 अम्बू बैग, 15 ब्रेस्ट पम्प, सीबीसी मशीन एवं फुल्ली आटोबायोकेमेस्ट्री एनालाईजर इत्यादि का लगाया गया है.
रोगियों के परिजनों के लिए 50 बेड के धर्मशाला का भी प्रावधान लाकर के साथ किया गया है. पीकू के सभी बेड पर कैमरा लगाया गया है, जिससे कि मरीज के परिजन रोगियों को धर्मशाला से लाइव देख सकेंगे. सभी बेड पर पाइपलाइन ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. यहां उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष में फैली बीमारी के कारण अस्पताल में बढती रोगियों की संख्या को देखते हुए सरकार ने सौ बेड का पीकू अस्पताल बनाने का फैसला किया था. जिसका शिलान्यास 25 सितंबर 2019 में किया गया था.