Lockdown extension: घरों में ही नमाज अदा करें, अजमेर दरगाह के दीवान बोले- रोज़ा इफ़्तार से बचें
By भाषा | Updated: April 22, 2020 15:30 IST2020-04-22T15:30:43+5:302020-04-22T15:30:43+5:30
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने कहा कि पूरे देश में लॉकडाउन जारी है ऐसे में सभी लोग रोज़ा घर पर रखें, इफ्तार भी और नमाज़ भी घर पर ही पढ़ें और कोई भी घर के बाहर न जाए। इसके लिए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की तरफ से लखनऊ में गाड़ियों के जरिए मोहल्लों में अनाउसमेंट की जा रही है।

हम केंद्र और राज्य सरकार के परामर्श का सख़्ती से पालन करें और जिला प्रशासन का सहयोग करें। (file photo)
जयपुरः कोरोना वायरस संक्रमण से उपजे संकट के बीच सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज व वंशानुगत सज्जादानशीन दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने मुसलमानों से रमजान के पाक महीने में घरों में ही नमाज अदा करने और सामूहिक रोज़ा इफ़्तार से बचने की अपील की है।
उन्होंने लोगों से घरों में नमाज अदा करते समय सामाजिक दूरी का पालन करने का भी आग्रह किया। कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के मद्देनजर दरगाह दीवान ने कहा, ‘‘ लोगों को मस्जिद में जाने की बजाय घर में रहकर नमाज अदा करनी चाहिए और उसमें भी कम से कम लोग ही जमात में रहे। सभी माता-पिता यह भी सुनिश्चित करें की रोज़ा इफ़्तार के बाद या रातों को उनके नौजवान बच्चे घरों में ही रहें किसी भी तरह सड़कों या बाज़ारों में ना निकलें। ’’
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार हम सभी को इस बीमारी से बचाने का हर सम्भव प्रयास कर रही है। इस बीमारी से बचने का एक ही उपाय है की हम केंद्र और राज्य सरकार के परामर्श का सख़्ती से पालन करें और जिला प्रशासन का सहयोग करें।
दरगाह दीवान ने देश की सभी दरगाहों के सज्जादानशीन और वहां की इंतेजामियों को भी हिदायत दी है की वे केंद्र व राज्य सरकारों के दिशानिर्देशों का सख़्ती से पालन करते हुए लोगों को घरों में नमाज अदा करने को कहें और कहीं भी सामूहिक रोज़ा इफ़्तार ना हो इसके लिए लोगों को जागरूक करें।