कोरोना संकट: PM मोदी ने कहा- विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका एक ही मार्ग 'आत्मनिर्भर भारत'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 12, 2020 08:21 PM2020-05-12T20:21:03+5:302020-05-12T20:25:22+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोये हैं। मैं सभी के प्रति संवेदन व्यक्त करता हूं।
कोरोना महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका एक ही मार्ग है आत्मनिर्भर भारत। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से मुकाबला करते हुए अब 4 महीने से ज्यादा समय बीत गया है। तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोये हैं। मैं सभी के प्रति संवेदन व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया, जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है। आपदा को अवसर में बदलने की भारत की ये दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प के लिए उतनी की प्रभावी सिद्ध होने वाली है। भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता। भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है।
दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है।
When India speaks of self-reliance, it does not advocate for a self-centered system. In India's self-reliance there is a concern for the whole world's happiness, cooperation & peace: Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/2HZipuEghq
— ANI (@ANI) May 12, 2020
सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ की थी बैठक
पीएम मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि उनका दृढ़ मत है कि लॉकडाउन के पहले तीन चरणों में जिन उपायों की जरूरत थी, वे चौथे में जरूरी नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से 15 मई तक व्यापक रणनीति के लिए सुझाव देने को कहा कि वे अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन की व्यवस्था से कैसे निपटना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न स्थिति पर विस्तृत चर्चा की और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए संतुलित रणनीति बनाने की जरूरत है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि गांव इस महमारी से मुक्त रहें।
पीएम मोदी ने साथ ही कहा था, 'भले ही हम लॉकडाउन को क्रमबद्ध ढंग से हटाने पर गौर कर रहे हैं लेकिन हमें यह लगातार याद रखना चाहिए कि जब तक हम कोई वैक्सीन या समाधान नहीं ढूंढ लेते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी बनाए रखना ही है।'
प्रधानमंत्री ने ‘दो गज की दूरी’ के महत्व पर फिर से जोर दिया और कहा था कि कई मुख्यमंत्रियों द्वारा रात में कर्फ्यू लगाने के लिए दिए गए सुझाव को मानने से निश्चित रूप से लोगों में सतर्कता की भावना फिर से पैदा होगी।