PMO का अधिकारी बताकर जम्मू और कश्मीर प्रशासन को झांसा देता रहा शख्स, सुरक्षा कवर और बुलेटप्रूफ गाड़ी तक मिली, फिर ऐसे हुआ गिरफ्तार
By विनीत कुमार | Updated: March 17, 2023 10:34 IST2023-03-17T09:23:23+5:302023-03-17T10:34:33+5:30
श्रीनगर में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का सीनियर अधिकारी बताकर स्थानीय प्रशासन को झांसा दे रहा था। यह शख्स अपने दूसरे 'सरकारी दौरे' पर श्रीनगर पहुंचा था, इस दौरान शक होने पर उसे पकड़ा गया।

पीएमओ का खुद को अधिकारी बताने वाला शख्स श्रीनगर में गिरफ्तार (फोटो- सोशल मीडिया)
जम्मू: सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जाने वाले जम्मू और कश्मीर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया जो खुद को प्रधानमंत्री कर्यालय का शीर्ष अधिकारी बताकर लंबे समय तक जम्मू और कश्मीर प्रशासन को झांसा देता रहा। इस शख्स को न केवल जम्मू-कश्मीर में जेड प्लस सिक्योरिटी कवर मिला बल्कि दौरों के लिए बूलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियों एसयूवी भी मुहैया कराई गई। साथ ही पांच सितारा होटल में भी शख्स रहा।
सामने आई जानकारी के अनुसार गिरफ्तार ठग गुजरात से है। शख्स की पहचान किरण भाई पटेल के तौर पर हुई है। इस साल की शुरुआत में इस शख्स ने अपने श्रीनगर दौरे के दौरान कई अधिकारियों के साथ बैठकें भी की। फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है कि इसके पीछे उसकी क्या मंशा थी। पुलिस उसे गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
करीब 10 दिन पहले श्रीनगर से पकड़ा गया शख्स
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पीएमओ में अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) के अधिकारी के तौर पर खुद को पेश करने वाला यह शख्स करीब 10 दिन पहले पकड़ा गया था। हालांकि, पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को गुप्त रखा हुआ था। मामले से जुड़ी जानकारियां मीडिया में उस समय सामने आने लगी जब एक मजिस्ट्रेट ने गुरुवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेजा। फिलहाल ये साफ नहीं है कि मामले में एफआईआर शख्स के गिरफ्तारी के दिन ही दर्ज की गई थी या फिर इसमें कुछ दिनों की देरी हुई थी।
ट्विटर अकाउंट भी वेरिफाइड
गिरफ्तार किए गए शख्स पटेल का ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड है और उसके एक हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। फॉलोअर्स में भाजपा गुजरात के महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला भी शामिल हैं। शख्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कई तस्वीरें और वीडियो पोस्ट की थी जिसमें वह कश्मीर में अर्धसैनिक बलों से घिरे हुए और पूरी सुरक्षा के बीच अपने 'आधिकारिक दौरे' करता नजर आ रहा है। आखिरी तस्वीर 2 मार्च को पोस्ट की गई थी।
अपने ट्विटर बायो में पटेल ने खुद को कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी, वर्जीनिया से पीएचडी बताय़ा है। साथ ही उसने लिखा है कि वह उसने आईआईएम त्रिची से एमबीए किया है। इसके अलावा लिखा है कि वह कंप्यूटर साइंस में एम.टेक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.ई की डिग्री हासिल किए हुए है। पटेल ने इसमें आगे खुद को 'विचारक, रणनीतिकार, विश्लेषक और अभियान प्रबंधक' बताया है।
शख्स ने फरवरी में पहली बार घाटी का किया था दौरा
ये बात सामने आई है कि इस शख्स ने सबसे पहले इसी साल फरवरी में सरकारी लाव-लश्कर और सुरक्षा के बीच जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। अर्धसैनिक बल और पुलिस की सुरक्षा के बीच यह कई जगहों पर गया। इसके कई वीडियो उसने पोस्ट किए हैं। एक वीडियो में वह अर्धसैनिक बलों के साथ बडगाम के दूधपथरी में बर्फ के बीच से गुजरता हुआ नजर आ रहे हैं। एक तस्वीर में शख्स श्रीनगर में लाल चौक के सामने सुरक्षा बलों के बीच फोटो खिंचवाता भी नजर आ रहा है।
Bunty 🃏impersonated as PMO official, was arrested by Kashmir police on March 2.
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) March 16, 2023
CID wing of J&K police, gave info to Kashmir police about one Kiran Bhai Patel r/o Ahmedabad staying at Lalit Grand Hotel in Srinagar & impersonating as Addl Director (Strategy & Campaigns), PMOpic.twitter.com/2ZocwFUJiy
श्रीनगर के दूसरे दौरे के दौरान आया शक के घेरे में
सूत्रों का कहना है कि पटेल ने गुजरात से अधिक पर्यटकों को लाने और दूधपथरी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठकें भी कीं। दो सप्ताह के भीतर अपने दूसरे दौरे पर श्रीनगर आने के बाद पटेल अधिकारियों के संदेह के घेरे में आया। सूत्रों ने कहा कि एक आईएएस अधिकारी, जो एक जिला मजिस्ट्रेट हैं, उन्होंने पिछले महीने एक सीनियर पीएमओ अधिकारी की यात्रा के बारे में पुलिस को सूचित किया था।
इस बीच सूत्रों के अनुसार सीआईडी को शख्स के फर्जी अधिकारी होने की भनक लगी। इसके बाद उसके बैकग्राउंड बारे में पता लगया गया और पुलिस को श्रीनगर के एक होटल से उसे गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए। सूत्रों का कहना है कि दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ गड़बड़ी और समय पर इस ठग के बारे पता लगाने में विफल रहने को लेकर कार्रवाई शुरू की गई है। सूत्रों के अनुसार गुजरात पुलिस की एक टीम भी इस मामले की जांच में शामिल हो रही है।