कांग्रेस ने रसोई गैंस समेत ईंधन की कीमत कम कर संप्रग के कार्यकाल के स्तर पर लाने की मांग की

By भाषा | Published: March 2, 2021 09:17 PM2021-03-02T21:17:55+5:302021-03-02T21:17:55+5:30

Congress sought to bring down the price of fuel, including cooking gas, to the level of the UPA's term | कांग्रेस ने रसोई गैंस समेत ईंधन की कीमत कम कर संप्रग के कार्यकाल के स्तर पर लाने की मांग की

कांग्रेस ने रसोई गैंस समेत ईंधन की कीमत कम कर संप्रग के कार्यकाल के स्तर पर लाने की मांग की

नयी दिल्ली, दो मार्च कांग्रेस ने मंगलवार को रसोई गैस समेत ईंधन की कीमतों में वृद्धि को लेकर मंगलवार को सरकार को आड़े हाथों लिया और इनकी कीमतें कम कर 2014 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दौरान रहे स्तर पर लाने की मांग की।

कांग्रेस महासचिव व पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि रसोई गैस सब्सिडी बंद करने से मोदी सरकार का गरीब और मध्यम वर्ग विरोधी चेहरा सामने आया है। रसोई गैस, सीएनजी, पीएनजी और पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार की जा रही वृद्धि को उन्होंने मोदी सरकार के अहंकार का जीता-जागता प्रमाण बताया।

एक बयान में उन्होंने कहा, ‘‘आज एलपीजी गैस और कच्चे तेल के अंतर्राष्ट्रीय दाम कांग्रेस के कार्यकाल के मुकाबले काफी कम हैं। इसलिए हमारी स्पष्ट मांग है की सब्सिडी वाली रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल, सीएनजी, पीएनजी गैस की कीमतों को तत्काल घटा कर कांग्रेस सरकार के स्तर पर वापस लाया जाए।’’

सुरजेवाला ने कहा कि आम जनता के विरोध के बावजूद एक महीने से कम समय में सब्सिडी, गैर सब्सिडी और उज्जवला योजना वाले घरेलू गैस सिलिंडर के दामों में 125 रुपये प्रति सिलिंडर की भारी वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘रसोई गैस सब्सिडी बंद करने के बाद आज सीएनजी- पीएनजी गैस की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी से मोदी सरकार का गरीब और मध्यम वर्ग विरोधी चेहरा सामने आ गया है, जो मोदी सरकार के अहंकार का जीता-जागता उदाहरण है।’’

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के बाद आज वाहनों में इस्तेमाल होने वाले सीएनजी में 70 पैसे प्रति किलोग्राम के इजाफे से परिवहन के साधनों के भाड़े महंगे हो जाएंगे, जिससे महंगाई और बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि पाइप के जरिए घरों की रसोई तक पहुंचने वाली पीएनजी गैस की कीमत में 91 पैसे की बढ़ोतरी होने से घरों का बजट बिगड़ेगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि ईंधन में लगातार हो रही वृद्धि से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार को लोगों की लगातार ‘‘घटती आय’’ और ‘‘बढ़ रही महंगाई’’ से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से पीड़ित आम लोगों की कोई फिक्र नहीं है।

संप्रग सरकार के दौरान एलपीजी की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों का ब्योरा देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि वह एक ऐसी सरकार थी जो आज के मुकाबले 50 प्रतिशत से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय मूल्य पर एलपीजी खरीदकर देश के ग्राहकों को आज से आधे दामों पर सब्सिडी पर देती थी।

उन्होंने कहा, ‘‘इसी प्रकार पेट्रोल और डीजल पर भी जनता पर कम टैक्स लगाने के बावजूद कच्चे तेल के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों पर अंडर रिकवरी, यानि मूल्यों से बहुत कम वसूला जाता था।’’

उन्होंने कहा कि आज के समय में जो सब्सिडी वाला सिलेंडर 819 रुपये का बिक रहा है, वो कांग्रेस के समय 400 रुपये के करीब था।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार को अपने द्वारा बढ़ाए गए सारे करों को कम करके वर्ष 2014 में जो रसोई गैस व ईंधन की दर थी, उस स्तर पर लाना चाहिए।

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Web Title: Congress sought to bring down the price of fuel, including cooking gas, to the level of the UPA's term

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