दिल्ली के जामिया नगर में एक युवक द्वारा की गई फायरिंग के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस घटना के लिए विपक्ष ने देश की नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है और कहा है कि आज तो आपको बहुत खुशी हुई होगी।
कांग्रेस ने घटना के संबंध में एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें बीजेपी के नेताओं द्वारा दिए गए विवादित बयानों का जिक्र किया गया है। ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने लिखा, 'आज खुश तो बहुत होंगे गृहमंत्री, देश का युवा भटक रहा है, आपकी क्रोनोलॉजी समझ रहा है।, नफरत वाला वो सपना आपका, हर दर पर पहुँच रहा है। मगर, हिंदुस्तान आपकी नफरत को हराएगा...हिंदुस्तान जीतेगा...आपको हारना ही होगा गृहमंत्री।'
इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'जब बीजेपी सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएँगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं? वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?'
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह आरोप भी लगाया कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर विफल रहने के बाद अब यह सरकार देश को बांटने की राजनीति कर रही है। जामिया में जो हुआ है वह नफरत के माहौल का प्रकटीकरण है। दिनदहाड़े और सैकड़ों लोगों के सामने गोलीबारी यह दिखाती है कि माहौल विषैला हो गया है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जिस घृणा ने महात्मा गांधी की जान ली, आज वह घृणा भारत की सत्ता पर काबिज है। राष्ट्रीय राजधानी में जो घटनाक्रम हुआ है, वह इस बात को प्रमाणामित करता है। सुनियोजित तरीके से वही माहौल बनाया जा रहा है जिसके खिलाफ लड़ते-लड़ते महात्मा गांधी ने जान दे दी। क्या यह पूरे देश के ध्रुवीकरण का प्रयास है ? क्योंकि सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि अर्थव्यवस्था का क्या होगा? या फिर यह दिल्ली चुनाव के लिए है? बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में गुरुवार (30 जनवरी) को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच घुसे एक युवक ने देसी तमंचे से फायरिंग कर दी। इसके बाद वह अपना तमंचा लहराता रहा। युवक को दिल्ली पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। उसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने पकड़ लिया था।
यह पूरी घटना टेलीविजन कैमरों ने रिकॉर्ड हो गई, जिसमें दिखा कि हल्के रंग की पैंट और गहरे रंग की जैकेट पहना व्यक्ति पुलिस द्वारा बैरिकेड की गई खाली सड़क से निकलता है और मुड़कर प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाता है ‘‘ये लो आजादी।’’ एक छात्र को घायल जैसी स्थिति में देखकर जामिया इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया। घटना के समय वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और कई मीडिया समूह के लोग मौजूद थे।
छात्र जामिया से महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जा रहे थे। मार्च को विश्वविद्यालय के पास होली फैमिली अस्पताल के करीब रोक दिया गया। छात्र इसी क्षेत्र में बैठ गए और ‘पुलिस वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। जब वे नारे लगा रहे थे पुलिस अधिकारियों ने छात्रों से शांति बनाये रखने और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहा।