नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार और सांसद शशि थरूर ने शनिवार को बताया कि पार्टी के शीर्ष पद के चुनाव की घोषणा के साथ ही उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बना लिया था। उन्होंने कहा कि जब चुनाव की घोषणा हुई, तो मेरा इरादा (लड़ने का) था।
उन्होंने अन्य पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, जो आंतरिक लोकतंत्र हम दिखा रहे हैं, वह किसी अन्य दल में मौजूद नहीं है। शशि थरूरकांग्रेस में सुधारों की मांग करने वाले नेताओं में से हैं। इसी को लेकर उन्होंने कहा कि, मैंने एक लेख लिखा, जिसमें कहा गया था कि चुनाव पार्टी के लिए अच्छा है और इसके कारणों का उल्लेख किया है।
तिरुवनंतपुरम से सांसद ने कहा कि कई लोगों, आम कार्यकर्ताओं ने मुझसे चुनाव लड़ने को कहा। मैंने सोचना और लोगों से बात करना शुरू किया...मैं बस इतना चाहता हूं कि पार्टी मजबूत हो और मैं पार्टी के भीतर बदलाव की आवाज बनूं और लोगों को अपना अलग चेहरा दिखाऊं।
उन्होंने चुनाव को लेकर कहा कि यह लड़ाई नहीं है...पार्टी कार्यकर्ता अपने नेता को चुनें, यही हमारा संदेश है। मैं कह रहा हूं कि अगर आप पार्टी के कामकाज से संतुष्ट हैं तो खड़गे साहब को वोट दें। अगर आप बदलाव चाहते हैं तो मैं हूं। लेकिन कोई वैचारिक समस्या नहीं है।
आपको बता दें कि शशि थरूर ने शुक्रवार (30 सितंबर) को पार्टी अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन पर्चा भरा है। उनके अलावा इस पद की चुनावी रेस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और केएन त्रिपाठी का नाम भी शामिल हैं। शनिवार को खड़गे ने 'एक व्यक्ति एक पद' की परिपाटी पर अमल करते हुए राज्य सभा में लीडर ऑफ अपोजिशन पद से अपना इस्तीफा भी दे दिया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। उम्मीदवारों के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। जबकि चुनाव 17 अक्टूबर को होगा और परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।