राहुल गांधी से मिलने पहुंचे कांग्रेसी दिग्गज, इस्तीफा देने को अड़े हुए हैं पार्टी अध्यक्ष
By रामदीप मिश्रा | Updated: June 28, 2019 12:05 IST2019-06-28T11:11:01+5:302019-06-28T12:05:09+5:30
राहुल गांधी ने पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने लोकसभा में हार के बाद अपने इस्तीफे को लेकर कहा था कि ऐसा उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय पर जवाबदेही तय करने के लिये किया और इससे पीछे हटने का कोई सवाल नहीं उठता।

File Photo
लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने इस्तीफा देने को लेकर अड़े हुए हैं। इस बीच शुक्रवार को कांग्रेस के कई दिग्गज नेता उनके घर मिलने पहुंचे हैं। वहीं, कहा जा रहा है राहुल गांधी मध्य प्रदेश और राजस्थान में लोकसभा चुनाव में हार से काफी नाराज हैं। उनकी नाराजगी बीते दिन एक हरियाणा में एक बैठक के दौरान देखने को भी मिली।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली स्थित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर शुक्रवार को पार्टी नेता पीसी चाको, शीला दीक्षित, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, जेपी अग्रवाल, महाबल मिश्रा और अरविंदर लवली उनसे मिलने पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाने में जुटी हुई है।
Delhi: Congress leaders PC Chako, Sheila Dixit, KC Venugopal, Ajay Maken, JP Aggarwal, Mahabal Mishra and Arvinder Lovely arrive at the residence of Congress President Rahul Gandhi. pic.twitter.com/LX8psZCxAA
— ANI (@ANI) June 28, 2019
आपको बता दें गुरुवार को राहुल गांधी ने पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने लोकसभा में हार के बाद अपने इस्तीफे को लेकर कहा था कि ऐसा उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय पर जवाबदेही तय करने के लिये किया और इससे पीछे हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
राहुल गांधी ने कहा था कि मैंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए इस्तीफा दिया है। मैं दूसरों को भी इस्तीफा देन के लिये नहीं कह सकता। यह उन पर है कि वे अपनी जिम्मेदारी लेना चाहते हैं कि नहीं। राहुल गांधी का साफ-साफ इशारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर था।
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने नेताओं को स्पष्ट तौर पर कहा कि इस बारे में वे आपस में ही चर्चा करें, जिससे राज्य की इकाई विचित्र स्थिति में फंस गयी। बहरहाल बैठक में आम चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजहों और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई।