नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को केरल राज्य की वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय को रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखने और वायनाड लोकसभा सीट खाली करने की औपचारिक सूचना दी। कांग्रेस नेता ने आज इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा। वहीं लोकसभा बुलेटिन में कहा गया है कि उनका इस्तीफा 18 जून से स्वीकार कर लिया गया है।
राहुल गांधी द्वारा जीती गई दो सीटों में से एक से इस्तीफा देने के बाद, निचले सदन में कांग्रेस की सीटों की संख्या अब 98 हो गई है। वायनाड सीट 18वीं लोकसभा में उपचुनाव के लिए जाने वाली पहली सीट होगी। लोकसभा बुलेटिन में कहा गया है, "राहुल गांधी, जो केरल और उत्तर प्रदेश के क्रमशः वायनाड और रायबरेली संसदीय क्षेत्रों से लोकसभा के निर्वाचित सदस्य हैं, ने केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से लोकसभा की अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया है और उनके इस्तीफे को 18 जून से प्रभावी रूप से अध्यक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।"
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में वायनाड से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा की। अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं तो नेहरू-गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे - राज्यसभा में सोनिया गांधी और लोकसभा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में।
इस मुद्दे पर अटकलों को खत्म करते हुए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में अपने आवास पर पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद दोनों सीटों पर निर्णय की घोषणा की। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड उपचुनाव लड़कर चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी।
गौरतलब है कि गांधी ने सीपीआई-मार्क्सवादी की उम्मीदवार एनी राजा को हराकर वायनाड सीट को 3,64,422 मतों के अंतर से बरकरार रखा था। उन्होंने भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को 3,90,030 मतों के अंतर से हराकर पार्टी के गढ़ रायबरेली को भी सुरक्षित कर लिया।