चिदंबरम की जमानत के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, कहा- आर्थिक मुद्दों पर चुप हैं पीएम, मंत्रियों पर छोड़ रखा है झांसा देने का काम
By विनीत कुमार | Published: December 5, 2019 12:43 PM2019-12-05T12:43:15+5:302019-12-05T12:54:34+5:30
चिदंबरम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'मेरा रिकॉर्ड एक मंत्री और मेरी अन्तरात्मा हमेशा साफ रही। अधिकारी जिन्होंने मेरे साथ काम किया, बिजनेसमैन जो मुझसे मिले हैं और पत्रकार जिन्होंने मुझे कभी बात की, वे इस अच्छी तरह जानते हैं।'
आईएनएक्स मीडिया केस में सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एक मंत्री के तौर पर उनका रिकॉर्ड साफ है। चिदंबरम ने कहा कि जिन लोगों ने भी उनके साथ काम किया वे इस बात को जानते हैं। चिदंबरम ने साथ ही आर्थिक हालात पर भी चिंता जताते हुए कहा कि अगर इस साल ग्रोथ 5 प्रतिशत भी रहा तो ये बड़ी बात होगी।
चिदंबरम ने कहा, 'मेरा रिकॉर्ड एक मंत्री के तौर पर और मेरी अन्तरात्मा हमेशा साफ रही। अधिकारी जिन्होंने मेरे साथ काम किया, बिजनेसमैन जो मुझसे मिले हैं और पत्रकार जिन्होंने मुझे कभी बात की, वे इस अच्छी तरह जानते हैं।'
आर्थिक मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता चिदंबरम ने आर्थिक मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए कहा, 'हम भाग्यशाली होंगे अगर ग्रोथ 5 प्रतिशत भी रहा। अरविंद सुब्रमण्यन की बात को हमें याद रखना चाहिए इस सरकार के दौरान ग्रेथ रेट 5 प्रतिशत के अंदर रहेगा। संदिग्ध कार्य-प्रणाली के तहत ये 5 प्रतिशत भी नहीं है बल्कि करीब 1.5 प्रतिशत तक कम है। चिदंबरम ने कहा कि मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था को संभालने की काबिलियत नहीं है।
चिदंबरम ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर चुप्पी साधे रखे हैं। उन्होंने अपने मंत्रियों को छोड़ रखा है जो इस पर लोगों को झांसे में रख सके। सरकार अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर पूरी तरह विफल रही है।'
'कश्मीर के लोगों के लिए मेरी पहली प्रार्थना'
पी चिदंबरम ने कहा कि जब वे बुधवार रात 8 बजे जेल से बाहर आये तो मेरी पहली सोच और प्रार्थना कश्मीर घाटी के 75 लाख लोगों के लिए थी जिनकी मूल आजादी 4 अगस्त, 2019 से छीन ली गई है। चिदंबरम ने साथ ही कहा, 'मैं मुख्य तौर पर उन नेताओं को लेकर चिंतित हूं जिन्हें बिना किसी आरोप के डिटेन किया गया है। अगर हमें अपनी आजादी जरूर बचा के रखनी है, तो हमें उनकी आजादी के लिए भी जरूर लड़ना होगा।'