नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस आलाकमान पर हमला किया है। सिब्बल ने कहा कि जल्द से जल्द कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव हो और सीडब्लूसी की बैठक हो। नवजोत सिंह सिद्धू मामले में कांग्रेस नेतृत्व क्या कर रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंजाब में जो भी हो रहा है, वह ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, उन 23 पार्टी नेताओं में से एक, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष को एक पत्र लिखा था, जिसमें कई संगठनात्मक सुधारों की मांग की गई थी। हम "जी हुजूर 23" नहीं हैं। यह बहुत स्पष्ट है। हम बात करते रहेंगे। हम अपनी मांगों को दोहराना जारी रखेंगे।
दिल्ली में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि देश के हर कांग्रेसी को सोचना चाहिए कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जा सकता है। जो चले गए हैं वे वापस आएं क्योंकि कांग्रेस ही इस गणतंत्र को बचा सकती है। हम (जी-23 के नेता) वे नहीं हैं जो पार्टी छोड़कर कहीं और जाएंगे। यह विडंबना है। जो उनके (पार्टी नेतृत्व) करीब थे, वे चले गए और जिन्हें वे अपने करीब नहीं मानते, वे अब भी उनके साथ खड़े हैं।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर सिब्बल ने कहा कि इस सीमावर्ती राज्य में ऐसी कोई भी स्थिति नहीं होनी चाहिए जिसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और सीमापार के दूसरे तत्व फायदा उठा सकें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कापिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था। हम अपने नेतत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं। मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई। मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है।’’
कांग्रेस सबकुछ जानकर भी अनजान है...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि पार्टी सब कुछ जानकर भी अनजान बनती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम ‘बुजर्ग’ (पुराने नेता) पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी कसूरवार ठहराया जाता है।’’ सिब्बल ने दावा किया कि पार्टी सब कुछ जान कर भी अनजान है।