गुवाहाटी: असम यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष अंकिता दत्ता को आखिरकार पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि 'पार्टी-विरोधी गतिविधियों' के लिए अंकिता दत्ता पर कार्रवाई की गई है। अंकिता को लेकर ऐसी कार्रवाई की आशंका हालांकि पहले से ही जताई जा रही थी। दरअसल, उन्होंने हाल में एक के बाद एक कई ट्वीट कर भारतीय युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी के खिलाफ उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए थे।
अंकिता की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से यह कहते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था कि उन्होंने पहले पार्टी नेतृत्व को सूचित किये बगैर ही आरोपो को क्यों सार्वजनिक तौर पर रखा। हालांकि दत्ता ने अपने ट्वीट में कहा था कि उन्होंने इस बारे में राहुल गांधी को बताया था लेकिन उनके आरोपों पर किसी भी जांच का आदेश नहीं दिया गया।
दत्ता ने मंगलवार को अपने विभिन्न ट्वीट में आरोप लगाया था कि श्रीनिवास उनका पिछले छह महीनों से मानसिक उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर उनसे भेदभाव कर रहे हैं। दत्ता ने इसके बाद बुधवार को यहां दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसमें आरोप लगाया गया कि श्रीनिवास पिछले छह महीने से लैंगिक टिप्पणियां एवं अपशब्दों का प्रयोग कर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं और वरिष्ठ पार्टी नेताओं से शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दे रहे हैं।
आरोपों के बाद श्रीनिवास ने भेजा है कानूनी नोटिस
दत्ता ने शिकायत में आरोप लगाया कि फरवरी में रायपुर में आयोजित पार्टी के पूर्ण सत्र के दौरान, आरोपी ने उनके साथ बदतमीजी की और उनका राजनीतिक करियर बर्बाद करने की धमकी दी।
दूसरी ओर दत्ता द्वारा ट्वीट किए जाने के कुछ घंटों बाद, श्रीनिवास ने उन्हें एक कानूनी नोटिस जारी किया और मांग की कि वह अपने बयानों को लेकर माफी मांगें, अन्यथा वह उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने दत्ता के आरोपों का स्वत: संज्ञान लिया है और असम पुलिस को जरूरी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।