Congress Election Committee: 16 सदस्यीय कांग्रेस चुनाव समिति का गठन, प्रियंका गांधी का नाम नहीं, देखें लिस्ट
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 4, 2023 20:29 IST2023-09-04T20:06:47+5:302023-09-04T20:29:37+5:30
Congress Election Committee: समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को एक कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) का गठन किया, जो पुरानी पार्टी के लिए चुनाव संबंधी सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेगी।

Congress Election Committee: 16 सदस्यीय कांग्रेस चुनाव समिति का गठन, प्रियंका गांधी का नाम नहीं, देखें लिस्ट
Congress Election Committee: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 16 सदस्यीय कांग्रेस चुनाव समिति का गठन किया है। इस टीम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नाम नहीं है। रायबरेली से कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को शामिल किया गया है।
सूची में चौंकाने वाले नाम भी हैं। छत्तीसगढ़ के टीएस सिंह देव और उत्तर प्रदेश के नेता सलमान खुर्शीद को शामिल किया गया है। अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, मधुसूदन मिस्त्री, एन उत्तम कुमार रेड्डी, केजे जार्ज, प्रीतम सिंह, मोहम्मद जावेद और पीएल पुनिया को शामिल किया गया है।
Congress national president Mallikarjun Kharge constitutes a 16-member Congress Election Committee pic.twitter.com/q8Ng9xBdRk
— ANI (@ANI) September 4, 2023
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को एक कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) का गठन किया, जो सबसे पुरानी पार्टी के लिए चुनाव संबंधी सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेगी। नए सीईसी में केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी सहित कुल 16 नेता हैं।
नई सीईसी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, गिरिजा व्यास, मुकुल वासनिक, वीरप्पा मोइली, मोहसिना किदवई और जनार्दन द्विवेदी शामिल नहीं हैं, जो पिछली सीईसी में शामिल थे। मनमोहन सिंह, एंटनी, वासनिक और मोइली को हाल ही में कार्य समिति में जगह दी गई थी।
कांग्रेस की नई सीईसी में खरगे, सोनिया और राहुल के अलावा वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, अधीर रंजन चौधरी, मधुसूदन मिस्त्री, उत्तम कुमार रेड्डी, टी एस सिंह देव, सलमान खुर्शीद, केजे जॉर्ज, प्रीतम सिंह, मोहम्मद जावेद, अमी याजनिक, पीएल पूनिया और ओमकार मरकाम को शामिल किया गया है। कांग्रेस की सीईसी चुनावों में उम्मीदवारों के नाम अंतिम मुहर लगाती है।
कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि सरकार विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के गठन एवं इसकी बैठकों से पूरी तरह घबरा गई है और इसलिए वह ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ तथा समय पूर्व चुनावों के बारे में सोच रही है।
पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस समय पूर्व लोकसभा चुनाव समेत किसी भी राजनीतिक परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस समय पूर्व चुनाव की स्थिति के लिए तैयार है, तो वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम किसी भी चीज़ के लिए तैयार हैं। आज का दौर ऐसा है कि हम कुछ भी होने की उम्मीद कर सकते हैं।
इसलिए हमारी पार्टी किसी भी चीज के लिए तैयार है। वे जल्दी चुनाव चाहते हैं, इसका मतलब है कि वे ‘इंडिया’ गठबंधन के गठन और हमारी लगातार तीन बैठकों के बाद पूरी तरह से घबरा गए हैं।’’ कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विषय पर कहा, ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव संविधान संशोधन के बिना असंभव है।
संविधान संशोधन के लिए आम सहमति की सख्त ज़रूरत होती है। ये सब बाद में देखा जाएगा। अभी तो एक समिति का गठन हुआ है। हमारा विचार बिल्कुल साफ है। कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ कहा है कि ये संघीय ढांचे पर एक भयंकर आक्रमण है और संविधान के संशोधन के बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं।’’
कांग्रेस ने सोमवार को दिल्ली के सभी सात लोकसभा क्षेत्रों के लिए समन्वयक नियुक्त किए, जो राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी के पुनर्गठन में मदद करेंगे और अगले 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चांदनी चौक के लिए राहुल रिछारिया, दक्षिणी दिल्ली के लिए गुलाम हुसैन खालिक, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के लिए सनी मलिक, उत्तर पूर्वी दिल्ली के लिए चिमन भाई विंझुदा, नयी दिल्ली के लिए हकुभा जाडेजा, पूर्वी दिल्ली के लिए संजीव शर्मा और पश्चिमी दिल्ली के लिए उमा शंकर पांडे को समन्वयक बनाया गया है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा, ‘‘दिल्ली के लिए कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कुछ समन्वयक नियुक्त किए हैं और प्रत्येक समन्वयक की ब्लॉक और जिला अध्यक्षों के नाम सूचीबद्ध करने में मदद करने के लिये तीन नेता उनके साथ होंगे। हमारा उद्देश्य पूरे संगठन का पुनर्गठन करना है।’’ उन्होंने कहा, "समन्वयक अगले 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट हमें सौंपेंगे। हम रिपोर्ट की दोबारा जांच परख करेंगे और उसके अनुसार अगले चरण पर निर्णय लेंगे।’’