संयुक्त विपक्ष की बैठक से पहले यूसीसी को लेकर दुविधा में कांग्रेस, स्पष्ट नहीं किया अपना रुख, मसौदा का कर रही है इंतजार
By रुस्तम राणा | Published: July 15, 2023 04:44 PM2023-07-15T16:44:43+5:302023-07-15T16:46:11+5:30
कांग्रेस के केटीएस तुलसी ने एएनआई को बताया कि यूसीसी को लेकर शनिवार को पार्टी नेताओं की एक बैठक हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं हुआ है और जब सरकार यूसीसी ड्राफ्ट देगी तब पार्टी फैसला करेगी।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने अभी तक समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर अपना रुख उजागर नहीं किया है, जिसे पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार अस्तित्व में लाने पर विचार कर रही है। कांग्रेस के केटीएस तुलसी ने एएनआई को बताया कि यूसीसी को लेकर शनिवार को पार्टी नेताओं की एक बैठक हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं हुआ है और जब सरकार यूसीसी ड्राफ्ट देगी तब पार्टी फैसला करेगी। यह तब हुआ है जब विपक्षी दल लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए दूसरी बड़ी बैठक में 17 जुलाई को बेंगलुरु में बैठक करने के लिए तैयार हैं। यह बैठक कांग्रेस पार्टी के निमंत्रण पर हो रही है।
कांग्रेस की दुविधा या देरी केरल में सीपीआई (एम) के साथ एक बड़ी दरार पैदा कर रही है, जहां सीएम पिनाराई विजयन ने स्पष्ट रूप से अपना यूसीसी विरोधी रुख बताया है। जबकि विजयन की एलडीएफ सरकार और कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ केरल में दो विपरीत पक्ष हैं, दोनों पार्टियां हाल ही में पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों के दौरान एकजुट हुईं और संयुक्त विपक्षी मोर्चे का भी हिस्सा हैं।
#WATCH | Delhi: Congress leader KTS Tulsi says, "Yes (the meeting) was on UCC (Uniform Civil Code). Nothing has been decided yet, we will decide when the government will give the draft." pic.twitter.com/43mOL5Y8Wl
— ANI (@ANI) July 15, 2023
इस बीच, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि यूसीसी की बहस काले और सफेद के बारे में नहीं बल्कि भारत के इंद्रधनुषी रंगों के बारे में है। उन्होंने ट्वीट किया, "हमें विविधता, सांस्कृतिक पहचान, न्याय की धारणा, सच्चा समावेश, पसंद और विवेक की स्वतंत्रता, आंतरिक सहमति सुधार की संभावना को ध्यान में रखना होगा।"
UCC debate is not about black and white but about rainbow colours of India. We have to account for diversity, cultural identity, notions of justice, true inclusion, freedom of choice and conscience, possibility of internal consensual reform.
— Salman Khurshid (@salman7khurshid) July 15, 2023
वहीं केरल में सीपीआई (एम) ने 15 जुलाई को समान नागरिक संहिता पर एक सेमिनार आयोजित करने की घोषणा की, लेकिन कांग्रेस को निमंत्रण नहीं भेजा। पीटीआई के मुताबिक, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि इस मामले पर कांग्रेस का कोई एकजुट रुख नहीं है। उन्होंने पूछा कि क्या सबसे पुरानी पार्टी ने देश में यूसीसी लागू करने के भाजपा के प्रयास के खिलाफ अब तक कोई ''प्रभावी कदम'' उठाया है और क्या पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व इसके लिए तैयार है।