नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी को तलब किया है। इस मामले को साल 2015 में जांच एजेंसी ने बंद कर दिया था। समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बुधवार को यह जानकारी दी। वहीं, इस मामले को लेकर रणदीप सुरजेवाला का बयान सामने आया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि साल 1942 में नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया। उस समय अंग्रेजों ने इसे दबाने की कोशिश की, आज मोदी सरकार भी यही कर रही है और इसके लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईडी ने हमारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस दिया है।
कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में धनशोधन के आरोप को लेकर उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से नोटिस आया है, लेकिन पार्टी और उसका नेतृत्व डरने एवं झुकने वाले नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ कायरतापूर्ण षड्यंत्र रचा जा रहा है।
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। इस बार उन्होंने एक बार नयी कायरना साजिश की है। अब प्रधानमंत्री मोदी जी ने कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल जी को ईडी से नोटिस जारी करवाया है। साफ है कि तानाशाह डर गया है।" उन्होंने कहा, "हम डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं।" सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ कायरतापूर्ण षड्यंत्र रचा जा रहा है।
पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनुसिंघवी ने कहा, "यह एक बड़ी बीमारी है। यह बीमारी विरोधी दलों को निशाना बनाने की है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक विरोधी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।" सिंघवी ने कहा, "इन्हीं चीजों को लेकर 2014-15 से कार्रवाई चल रही है। आज इन्हीं चीजों को लेकर ईडी को लाया गया है। ऐसे मामले में धनशोधन का आरोप लगाया जा रहा है जिसमें धन के लेनदेन की बात ही नहीं है।" उन्होंने दावा किया कि प्रतिशोध की भावना के तहत जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसमें कोई दम नहीं है।