Karnataka Assembly Election 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो संदेश को चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताते हुए कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी के वीडियो संदेश, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों को आचार संहिता का सरेआम उल्लंघन कहा।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "यदि प्रधानमंत्री निर्वाचन कानूनों, आचार संहिता और निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों का सरेआम उल्लंघन करते हैं। यदि प्रधानमंत्री कानून के तहत लागू चुनाव प्रचार थमने और मतदान के बीच की अवधि के प्रावधान का हनन करते हैं। यदि प्रधानमंत्री कानून और निर्वाचन आयोग के प्राधिकार को मानने से इनकार करते हैं। यदि वह इस अवधि के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। तो क्या आयोग को मूक और असहाय बने रहना चाहिए या फिर अनुच्छेद 324 के तहत अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए?"
बता दें कि 10 मई कर्नाटक विधानसभा के लिए मतदान होना है। इसके लिए चुनाव प्रचार थम चुका है। 9 मई को प्रधानमंत्री ने एक वीडियो संदेश जारी किया। रात 12 बजकर 21 मिनट पर जारी किया गया पीएम मोदी का वीडियो संदेश कर्नाटक के लोगों के लिए था।
संदेश में पीएम मोदी ने कहा , "हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत को जल्द ही टॉप 3 अर्थव्यवस्था में शामिल करना है। ये तभी संभव है जब कर्नाटक की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ेगी। अभी आपने कर्नाटक में डबल इंजन की सरकार का साढ़े तीन साल का कार्यकाल देखा है। बीजेपी सरकार की निर्णायक, केंद्रित और भविष्य की बेहतर नीतियां कर्नाटक की अर्थव्यवस्था के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कोरोना जैसी महामारी के बाद भी कर्नाटक में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान सालाना 90 हजार करोड़ रुपए का विदेशी निवेश आया, पिछली सरकार के समय ये ही आंकड़ा सालाना महज 30 हजार करोड़ रुपए के आसपास था। ये विकास के प्रति, युवा पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए बीजेपी का कमिटमेंट है।"
कांग्रेस इसे चुनाव प्रचार थमने के बाद किया गया आचार संहिता का उल्लंघन बता रही है। सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या पीएम मोदी पर कानून लागू होता है या नहीं? कांग्रेस प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पीएम मोदी का यह कदम भाजपा की हताशा और निराशा को दिखाता है।