कर्नाटक में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए समितियां गठित की गईं : उप मुख्यमंत्री अश्वथ नारायण
By भाषा | Published: June 19, 2021 06:24 PM2021-06-19T18:24:50+5:302021-06-19T18:24:50+5:30
बेंगलुरु, 19 जून कर्नाटक में नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए समितियों का गठन किया गया है। यह जानकारी राज्य के उप मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षामंत्री डॉ.सीएन अश्वथ नारायण ने शनिवार को दी।
उन्होंने एक बयान में बताया कि सरकारी आदेश के जरिये समितियों का गठन किया गया है और यह पाठ्यक्रम तैयार करेगी, जिसे पूरे राज्य में शैक्षणिक सत्र 2021-22 से लागू किया जाएगा।
अश्वथ नारायण के मुताबिक आठ समितियों का गठन किया गया है जिनमें से तीन कला संकाय (समाज विज्ञान, कला,ललित कला और दृश्य कला) के तहत, तीन समितियां विज्ञान संकाय (भौतिक शास्त्र, गणित विज्ञान, रसायन एवं जीव विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान)के तहत हैं और एक-एक समिति वाणिज्य और प्रबंधन व इंजीनियरिंग संकाय के तहत है।
उन्होंने बताया कि इन समितियों की अध्यक्षता प्रोफेसर वाईएस सिद्देगौड़ा (कुलपति तुमकुरु विश्वविद्यालय), प्रोफेसर डीबी नाइक (कुलपति, कन्नड़ जनपद विश्वविद्यालय, गोटागोडी शिगावी), प्रोफेसर नागेश वी बेट्टाकोटे (कुलपति, जीएच संगी एवं परफॉर्मिंग आर्ट्स विश्वविद्यालय, मैसुरु), प्रोफेसर जी हेमंत कुमार (कुलपति, मैसुरु विश्वविद्यालय), प्रोफेसर केबी गुदासी (कुलपति, कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड), प्रोफेसर ए एम पठान (कुलपति, केबीएन विश्वविद्यालय, कलबुर्गी), प्रोफेसर पीएस यदपादित्य (कुलपति, मंगलुरु विश्वविद्यालय) और प्रोफेसर करीसिद्दप्पा (कुलपति, वीटीयू, बेलगावी) करेंगे।
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