धनबादः मुगमा खुदिया कोलियरी खदान में घुसा पानी, दो मजदूर फंसे, बुलायी गयी एडीआरएफ की टीम
By एस पी सिन्हा | Published: December 8, 2020 02:38 PM2020-12-08T14:38:50+5:302020-12-08T14:39:48+5:30
झारखंड के धनबाद जिला में कोयला खदान में अचानक पानी घुस जाने से दो मजदूर फंस गए हैं. रांची से एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है.
धनबादः किसान संगठनों द्वारा भारत बंद के बीच झारखंड के धनबाद जिले के ईसीएल स्थित मुगमा क्षेत्र अंतर्गत खुदिया कोलियरी खदान में काम करने गए दो मजदूर लापता हो गए हैं.
मुगमा गैलरी में पानी का स्टॉक था, जो अचानक फैल गया. ईसीएल मुगमा क्षेत्र के खुदिया कोलियरी के क्वारडीह सेक्सन के बीपी इंक्लाइन में आज तड़के करीब 4 बजे अचानक पानी घुसने से दो पम्प ऑपरेटर (बसिया मांझी और माणिक बाउरी) फंस गये.
उन्हें बचाने के लिए रांची से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. उनके बचने की बहुत कम उम्मीद है, लेकिन बचाव दल को उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए खदान में भेजा गया है. घटना की सूचना पाकर प्रबंधन के अधिकारी पहुंचे. मुगमा क्षेत्रीय रेस्क्यू टीम खदान में लापता मजदूरों की जानकारी प्राप्त कर रही है.
ईसीएल हेड क्वार्टर से भी रेस्क्यू टीम पहुंच रही है
ईसीएल हेड क्वार्टर से भी रेस्क्यू टीम पहुंच रही है. मुगमा गैलरी में मजदूरों का हालचाल जानने के लिए समीर टुडू एवं विकास भुईयां गए थे. समीर टुडू एवं विकास को मामले का आभास हो गया. इस कारण वहां से भाग कर बाहर आए तथा प्रबंधन एवं अन्य मजदूरों को इसकी सूचना दी.
हालांकि इस संबंध में कोलियरी प्रबंधन कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. ईसीएल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम को सूचना दे दी है. चासनाला की घटना की याद ताजा करने वाली यह घटना सोमवार की रात की तीसरी पाली में हुई.
घटना की सूचना मिलते ही बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया
घटना की सूचना मिलते ही बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार, खदान में चार पम्प ऑपरेटर गये थे. पानी के बहाव को देखते हुए दो कर्मी समीर टुडू व विकास भुइयां किसी तरह जान बचा कर बाहर निकल गये. ईसीएल सांकतोडिया हेड क्वार्टर के अलावा अन्य एरिया की रेस्क्यू टीम खदान के अंदर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास में लगी हुई है. कुल 25 सदस्यों की टीम रेस्क्यू कार्य में लगी है. खदान से कुल 4 पम्प के जरिये पानी निकालने का प्रयास जारी है. राजधानी रांची एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. टीम के आने के बाद राहत एवं बचाव कार्य और तेज किया जायेगा.
बताया जाता है कि 27 नवंबर को इसी खदान में कार्य के दौरान पानी घुस गया था. उस दिन किसी तरह कामगार सुरक्षित निकाल आये थे. तब से खदान के अंदर से पानी निकालने का प्रयास जारी है. बताया गया है कि ईसीएल सर्वे डिपार्टमेंट के पास बोरहोल की जानकारी नहीं थी.
कहा गया है कि कोयला खदानों के राष्ट्रीयकरण के बाद खुदिया कोलियरी शुरू हुई थी. प्रबंधन के सूत्रों ने बताया कि खदान खोलने के दौरान उस समय खदान को चार तल्ला बनाया गया था. जिस इन्क्लाइन में घटना घटी है, कोलियरी खुलने के दौरान सर्वे टीम द्वारा पानी जमा रहने का कोई प्वाइंट उसमें नहीं दर्शाया गया है.
प्रबंधन ने जब 27 नवंबर, 2020 के पूर्व बोर होल करवाया, तो अचानक भारी मात्रा में पानी भर गया. 12 दिन में प्रबंधन ने अधिकांश पानी को निकलवा दिया था. आज भारी विस्फोट के साथ पानी प्रवेश कर जाने के कारण 2 मजदूर लापता हो गये हैं.