सीएम योगी अगले 5 दिनों तक गोरखनाथ मंदिर से चलाएंगे यूपी की सरकार, दशहरा विजय जुलूस की करेंगे अगुवाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 6, 2019 08:53 IST2019-10-06T08:52:50+5:302019-10-06T08:53:32+5:30
बता दें कि प्रत्येक वर्ष गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र भव्य रूप में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्र में मुख्यमंत्री योगी नौ दिन तक व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना करते हैं।

सीएम योगी अगले 5 दिनों तक गोरखनाथ मंदिर से चलाएंगे यूपी की सरकार, दशहरा विजय जुलूस की करेंगे अगुवाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले पांच दिनों तक गोरखनाथ मंदिर से यूपी की सरकार चलाएंगे। बता दे कि सीएम योगी गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर हैं और इस मंगलवार तक वो इसी भूमिका में दिखाई देंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने मंदिर प्रबंधन के हवाले से बताया कि सीएम योगी बुधवार (9 अक्टूबर) की सुबह तक गोरखपुर में रहेंगे। गोरखपुर से वह नौ अक्टूबर की सुबह लखनऊ के लिए रवाना होंगे। इस दौरान सीएम योगी दशहरा विजय जुलूस की अगुवाई करेंगे।
बता दें कि प्रत्येक वर्ष गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र भव्य रूप में मनाया जाता है। शारदीय नवरात्र में मुख्यमंत्री योगी नौ दिन तक व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना करते हैं। मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ (अजय सिंह बिष्ट) का जन्म देवभूमि उत्तराखंड में 5 जून, 1972 को हुआ। उन्होंने विज्ञान से स्नातक किया।
इससे पहले शनिवार (5 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की स्मृति में गोरखपुर के चम्पादेवी पार्क, तारामंडल में आयोजित मोरारी बापू द्वारा राम कथा का शुभारंभ किया। योगी ने कहा कि यह गोरखपुरवासियों का सौभाग्य है कि शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर शिवस्वरूप भगवान गोरक्षनाथ जी की पावन धरती पर मोरारी बापू का आगमन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम तो हम सब की श्वास-श्वास में बसे हैं और भगवान राम के हम सभी भक्त हैं तथा भक्ति में ही शक्ति है। उन्होंने श्रद्धालुओं से भगवान राम के जीवन में प्रेरणा लेते हुए देश के निर्माण में योगदान करने की अपील की। मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर निर्माण कार्य का नाम लिए बिना संकेत दिया कि बहुत जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।
इस अवसर पर मोरारी बापू ने नाथ परंपरा के सभी संतों को नमन करते हुए कहा कि आज मैं परम पूज्य योगी जी महाराज का आशीर्वाद लेकर श्रीराम कथा आरंभ कर रहा हूँ। उन्होंने कहा मुझे बहुत प्रसन्नता है कि योगी के शासनकाल में मुझे भगवान गोरक्षनाथ की धरती पर 30 वर्षों बाद श्रीराम कथा कहने का अवसर मिला।