भारतीय जनता पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को लेकर राजधानी दिल्ली और मुंबई समेत देश के कई प्रमुख शहरों में 14-18 दिसंबर के दौरान जन जागरूकता अभियान चलाएगी।
सीएबी को बुधवार को संसद ने पास कर दिया था और गुरुवार को इस पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ये कानून बन गया। इस बिल को लेकर असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में जारी भारी विरोध प्रदर्शन जारी है। इन विरोध प्रदर्शनों में असम में दो लोगों की मौत हो चुकी है।
सीएबी को लेकर जारी भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बीजेपी ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी और लखनऊ में 14-18 दिसंबर के बीच इस बिल को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाने का फैसला किया है।
पीएम मोदी ने असम के लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील
इस बिल को लेकर जारी विरोध के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के लोगों के नाम जारी संदेश में कहा था कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है और उनके अधिकार को कोई नहीं छीन सकता है। पीएम ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की।
सीएबी के विरोध में असम, मेघालय, त्रिपुरा में स्थिति तनावपूर्ण
नागरिकता संशोधन बिल का पूर्वोत्तर के तीन राज्यों असम, मेघालय और त्रिपुरा में सबसे ज्यादा विरोध हो रहा है और यहां स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस की फायरिंग में असम में दो लोगों की मौत हुई है, जबकि 9 घायल हुए हैं।
राज्य में तनाव की स्थिति को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेजों को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। राज्य में सेना और पुलिस की तैनाती के बावजूद लोग लगातार कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे हैं।
इन विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए असम, मेघालय और त्रिपुरा के ज्यादातर जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है।