चोकसी ने एंटीगुआ पुलिस से की शिकायत, अपने 'अपहरण' के लिए ‘मित्र' व भारतीय एजेंटों का नाम लिया
By भाषा | Updated: June 7, 2021 21:32 IST2021-06-07T21:32:01+5:302021-06-07T21:32:01+5:30

चोकसी ने एंटीगुआ पुलिस से की शिकायत, अपने 'अपहरण' के लिए ‘मित्र' व भारतीय एजेंटों का नाम लिया
नयी दिल्ली, सात जून भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया है कि उसकी "मित्र" बारबरा जबरिका ने उसके अपहरण में अहम भूमिका निभाई और इसमें एंटीगुआ पुलिस के कर्मी होने का दावा करने वाले लोग तथा भारतीयों की तरह दिखने वाले व्यक्ति शामिल थे।
एंटीगुआ और बारबुडा से रहस्यमय ढंग से गायब होने के बाद चोकसी अभी डोमिनिका में है।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा कि चोकसी से एक शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
एंटीगुआ और बारबुडा के रॉयल पुलिस फोर्स से की गयी अपनी शिकायत में चोकसी ने जबरिका, नरिंदर सिंह और गुरमीत सिंह के अलावा अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है। इस शिकायत की प्रति पीटीआई के पास है।
चोकसी ने आरोप लगाया है कि पिछले एक साल के साथ दौरान जबरिका से उसकी मित्रता हो गयी थी और वह उसके अपहरण में करीबी रूप से जुड़ी हुयी थी। शिकायत के अनुसार एंटीगुआ पुलिस का दावा करने वाले लोगों और भारतीयों की तरह दिखने वाले भाड़े के सैनिकों ने उसका अपहरण किया था।
फरार चोकसी भारत में 13,500 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले में वांछित है और उसका डोमिनिका चाइना फ्रेंडशिप अस्पताल में हिरासत में इलाज चल रहा है।
चोकसी ने दावा किया कि जबरिका, जॉली हार्बर में उसके आवासीय परिसर के सामने रहती थी और उसके कर्मचारियों के साथ उसने मित्रता कर ली थी तथा उसके (चोकसी) के साथ वह नियमित रूप से सैर करने भी जाती थी।
चोकसी ने कहा कि 23 मई, 2021 को जबरिका ने उससे अनुरोध किया कि सार्वजनिक स्थान पर मिलने के अपने सामान्य कार्यक्रम से अलग हटते हुए उसके घर पर आए।
चोकसी ने आरोप लगाया कि जब वह उसके घर गया तो उसने उसे अंदर रुकने के लिए कहा क्योंकि वह बाहर जाने से पहले अपनी शराब खत्म करना चाहती थी।
शिकायत के अनुसार जब वह इंतजार कर रहा था तभी एंटीगुआ पुलिस के कर्मी होने का दावा करने वाले 8-10 बलिष्ठ लोगों ने अंदर घुसकर उसकी पिटाई की और उसका बटुआ, रॉलेक्स घड़ी, मोबाइल फोन ले लिया। उसके बाद उसे हथकड़ी लगा दी गयी और और आंखों पर पट्टी बांध दी गयी।
चोकसी की शिकायत के अनुसार उन लोगों ने उससे कहा कि अगर उसने विरोध करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ "न्याय में बाधा डालने" का मामला दर्ज किया जाएगा।
उसने आरोप लगाया कि उन लोगों ने उसे बेहोशी की हालत में व्हीलचेयर पर बांध दिया और उसे जबरिका के घर से बाहर ले गए।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।