चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी को लिखा खत, कोरोना के खिलाफ जंग में मदद की पेशकश
By गुणातीत ओझा | Published: April 30, 2021 06:40 PM2021-04-30T18:40:29+5:302021-04-30T18:54:43+5:30
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि कोरोना खिलाफ जंग में मदद का वादा करते हुए कहा था कि चीन में तैयार कोरोना के खिलाफ काम आने वाली वस्तुओं को भारत में तेजी से भेजा जा रहा है।
नई दिल्ली।चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है। जिनपिंग ने अपने इस लेटर के जरिये भारत में महामारी को लेकर संवेदना जताई है। साथ ही देश में तबाही मचा रही महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए मदद की पेशकश भी की। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रपति शी ने पीएम मोदी को भारत में महामारी को लेकर संवेदनाएं भेजी हैं। इस संदेश में शी ने कहा है कि चीन महामारी के खिलाफ भारत को मजबूती देने के लिए समर्थन और मदद देना चाहता है।
एक दिन पहले ही चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि कोरोना खिलाफ जंग में मदद का वादा करते हुए कहा था कि चीन में तैयार कोरोना के खिलाफ काम आने वाली वस्तुओं को भारत में तेजी से भेजा जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे लेटर में वांग ने कहा कि चीनी पक्ष "भारत के सामने आई चुनौतियों को लेकर ईमानदारी से सहानुभूति व्यक्त करता है।''
कोविड-19 से लड़ाई में भारत की हरसंभव मदद करेंगे : चीनी विदेश मंत्री
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बृहस्पतिवार को वादा किया कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में उनका देश भारत की हरसंभव मदद करेगा और कहा कि चीन में बनी महामारी रोधी सामग्री ज्यादा तेज गति से भारत पहुंचाई जा रही हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में वांग ने कहा चीनी पक्ष, ‘‘भारत जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनके प्रति संवेदना रखता है और गहरी सहानुभूति प्रकट करता है।’’ भारत में चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने इस पत्र को ट्विटर पर साझा किया जिसमें लिखा है, ‘‘ कोरोना वायरस मानवता का साझा दुश्मन है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट और समन्वयित होकर इसका मुकाबला करने की जरूरत है। चीनी पक्ष भारत सरकार और वहां के लोगों का, महामारी से लड़ाई में समर्थन करता है।’’
चीन ने कहा- भारत को मदद जारी रहेगी
वांग ने कहा कि चीन में उत्पादित महामारी रोधी वस्तुएं तेजी से भारत में पहुंचाई जा रही हैं ताकि भारत की इस महामारी में मदद की जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘ चीनी पक्ष भारत की जरूरत के अनुरूप यथासंभव समर्थन और मदद पहुंचाना जारी रखेगा। हमें उम्मीद और भरोसा है कि भारत सरकार के नेतृत्व के अंतर्गत लोग यथा शीघ्र इस महामारी पर काबू पा लेंगे।’’ वांग का पत्र ऐसे समय आया है जब दोनों देशों की सेनाओं की पूर्वी लद्दाख के बाकी बचे तनाव वाले इलाके से वापसी होनी बाकी है। दोनों देशों की सेना फरवरी में पैगोंग झील के इलाके से पीछे हटी थीं।
ऑक्सीजन को लेकर लगे आरोपों को चीन ने बताया फर्जी
इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बृहस्पतिवार को यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के उन आरोपों को “फर्जी खबर” करार दिया कि चीन ने भारत में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिये उसके यहां से खरीदे जा रहे ऑक्सीजन सांद्रकों की खेप को रोक दिया है। वाशिंगटन स्थित यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी को उद्धृत करते हुए मीडिया में आ रही खबरों के बारे में पूछे जाने पर वांग वेनबिन ने कहा कि यह “फर्जी खबर” है। खबरों में अघी के हवाले से कहा गया था कि चीन ने सभी मालवाहक उड़ानों को रोक दिया है जिससे चीन से एक लाख ऑक्सीजन सांद्रक भारत पहुंचाने के उनके संगठन के प्रयासों में विलंब हो रहा है। प्रवक्ता ने कहा, “यह फर्जी खबर है…चीन द्वारा भारत के लिये अमेरिका द्वारा खरीदे गए ऑक्सीजन उत्पादकों के परिवहन को रोके जाने की खबर फर्जी है।”
सिचुआन एयरलाइंस अपनी उड़ानें कब शुरू करेगी ?
उन्होंने हालांकि इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि सरकारी सिचुआन एयरलाइंस अपनी उड़ानें कब शुरू करेगी जिसने भारत के लिये अपनी सभी 11 मालवाहक उड़ानों को स्थगित कर दिया है जिससे ऑक्सीजन सांद्रकों की खरीद बाधित हुई। कोविड-19 के मद्देनजर 26 अप्रैल को उड़ानें स्थगित किये जाने की घोषणा के बाद एयरलाइंस ने कहा था कि वह सेवाओं को शुरू करने के लिये नई योजना पर काम कर रही है। उड़ानों का नया कार्यक्रम हालांकि अब तक जारी नहीं किया गया है।