नयी दिल्ली, एक दिसंबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजन को मुआवजा देने को लेकर संसद में केंद्र सरकार के जवाब पर निशाना साधा और कहा, ''जहां चाह, वहां राह।''
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजन को मुआवजा दिये जाने संबंधी सवाल पर संसद में कहा था कि प्रदर्शन के दौरान किसानों की मौत के बारे में सरकार को सूचना नहीं है और इसलिए वित्तीय सहयोग का सवाल पैदा नहीं होता है।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट किया कि सरकार का कहना है कि उसके पास किसानों के आंदोलन के दौरान जान गंवाने वालों का ''कोई रिकॉर्ड नहीं है।''
उन्होंने कहा, '' शुरुआत करने के लिए, सरकार आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों की संख्या के बारे में अमरिंदर सिंह से पूछ सकती है, जिनके नेतृत्व वाली सरकार ने इनका आंकड़ा तैयार किया था। इसके आगे कदम बढ़ाते हुए, सरकार सूचना मंत्री से कह सकती है कि वह पुराने अखबार खंगालें और राज्यों में किसानों की मौत की खबरों से आंकड़े जुटाएं।''
कांग्रेस नेता ने कहा कि अंत में, सरकार संयुक्त किसान मोर्चा से इसकी सूची मांग सकती है और गांवों में किसानों के नामों का सत्यापन कर सकती है।
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