रायपुर: छत्तीसगढ़ में मंत्रालय समेत अन्य शासकीय विभागों में चपरासी बनने के लिए इंजीनियर, एमबीए, पोस्ट ग्रेजुएट और आईटीआई की डिग्री रखने वालों लाखों अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है. यह खबर चौकाने वाली इसलिए हैं, क्योंकि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है. दावा किया जाता है कि यहां कई योजनाओं को लागू कर रोजगार को बढ़ाया गया है.
सीएमआइई की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2022 में छत्तीसगढ़ राज्य की बेरोजगारी दर 0.4 प्रतिशत है जबकि देश की औसत बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत है. लेकिन इस राज्य में रविवार को हुए चपरासी की परीक्षा में इंजीनियर, एमबीए, आईटीआई और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री रखने वाले लाखों अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया. हैरानी की बात ये है कि महज 91 चपरासी की पदों के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी.
न्यूनतम योग्यता 8वीं पास
राज्य में चपरासी की भर्ती में न्यूनतम योग्यता 8वीं पास रखा गया था. लेकिन बेरोजगारी की वजह से परीक्षा में 8वीं पास अभ्यर्थियों से ज्यादा पोस्ट ग्रेजुएट और बड़े डिग्रीधारी भी शामिल हो गए. बताया जा रहा है कि पीएससी से होने वाली प्यून भर्ती परीक्षा में भी कड़ा कंपीटिशन होगा.
देश का राष्ट्रपति कौन...पूछे गए थे ऐसे सवाल
चपरासी के लिए हुई इस परीक्षा में योग्यता के आधार पर सवाल पूछे गए. आईटीआई डिग्री धारक भिलाई निवासी अभ्यर्थी डामन लाल साहू (बदला हुआ नाम) ने बताया कि परीक्षा में देश के राष्ट्रपति का नाम, प्रधानमंत्री का नाम, छत्तीसगढ़ की राजधानी, राज्यपाल का नाम जैसे सरल सवाल पूछे गए थे. ऐसे में बड़े डिग्रीधारियों के लिए यह परीक्षा 100 प्रतिशत अंक हासिल करने वाला है. ऐसे में चपरासी बनने की होड़ इस बार सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे लोगों के बीच ही होगी.
पहली बार चपरासी के लिए सीजी पीएससी ने ली परीक्षा
ऐसा पहली बार हुआ है जब कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने चपरासी की परीक्षा आयोजित की है. अब तक सीजीपीएससी प्रशासनिक पदों, पुलिस विभाग और विभागीय अधिकारियों के साथ डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए परीक्षा लेता था. इस बार लेकिन लोक सेवा आयोग ने पहली बार चपरासी की परीक्षा ली है. वहीं अभ्यर्थियों ने ये भी बताया कि जहां राज्य में सरकारी परीक्षाओं में निशुल्क फार्म भरने की सुविधा प्रदेश सरकार ने दी है, लेकिन पीएससी की इस परीक्षा में 25 रुपए प्रत्येक छात्रों से लिए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में कम है बेरोजगारी दर
सेंटर फार मानिटरिंग इंडियन इकानामी (सीएमआइई) की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2022 में राज्य की बेरोजगारी दर 0.4 प्रतिशत है. जबकि देश की औसत बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत है. जुलाई में राज्य की बेरोजगारी दर 0.8 प्रतिशत रही. वहीं मई में 0.7 प्रतिशत और मार्च-अप्रैल महीने में 0.6 प्रतिशत रही. वहीं राज्य में कांग्रेस के नेताओं की माने तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार दिया गया है.