छत्तीसगढ़ः बस्तर में 1700 किसानों को लौटायी जाएंगी टाटा की परियोजना के लिये ली गयी जमीन
By भाषा | Published: December 25, 2018 04:57 AM2018-12-25T04:57:18+5:302018-12-25T04:57:18+5:30
टाटा स्टील की परियोजना के लिये 1,700 हेक्टेयर से अधिक जमीन अधिग्रहित की गयी थी। हालांकि परियोजना बंद पड़ी हुई है।
नयी दिल्ली, 24 दिसंबरः छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में टाटा स्टील की परियोजना के लिये अधिग्रहित की गयी जमीन 1,700 से अधिक जनजातीय किसानों को वापस की जाएंगी। यह परियोजना पहले ही छोड़ दी गयी है। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। टाटा स्टील की परियोजना के लिये 1,700 हेक्टेयर से अधिक जमीन अधिग्रहित की गयी थी। हालांकि परियोजना बंद पड़ी हुई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां कहा, ‘‘मंत्रिमंडल की एक बैठक जल्दी ही बुलायी जाएगी जिसमें आधिकारिक तौर पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।’’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव से पहले पिछले महीने वादा किया था कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में वापस आयी तो परियोजना के लिये ली गयी जमीनें किसानों को वापस कर दी जाएंगी।
अधिकारी ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के 10 गांवों के 1,707 आदिवासी किसानों की कुल 1,764.61 हेटेयर जमीनें इस्पात परियोजना के लिये अधिग्रहित की गयी थीं। यह परियोजना लोहनदिगुडा क्षेत्र में बनायी जानी थी।
हालांकि बताया जा रहा है कि कंपनी ने स्थानीय लोगों के विरोध तथा कानून एवं व्यवस्था की समस्या का हवाला देते हुए 2016 में परियोजना को छोड़ने का निर्णय लिया था। अधिग्रहित जमीन अभी किसानों को वापस नहीं की गयी थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे लोगों का सरकार में भरोसा पुन: स्थापित करने में मदद मिलेगी जो कि राज्य में नक्सल मुद्दों को दूर करने के लिये आवश्यक है।’’