Ravi Sinha: छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस रवि सिन्हा होंगे रॉ प्रमुख, सामंत कुमार गोयल की जगह ली, जानें कौन हैं
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 19, 2023 15:57 IST2023-06-19T13:57:52+5:302023-06-19T15:57:28+5:30
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी रवि सिन्हा को सोमवार को भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया।

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नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रवि सिन्हा को सोमवार को भारत की बाहरी खुफिया अनुसंधान और विश्लेषण विंग यानी रॉ का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया है कि सिन्हा सामंत कुमार गोयल की जगह लेंगे। 30 जून को गोयल का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
रवि सिन्हा का कार्यकाल दो साल का होगा। छत्तीसगढ़ कैडर के 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी सिन्हा वर्तमान में मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत हैं। एक आदेश में कहा गया कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सिन्हा की दो साल के कार्यकाल के लिए रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
Ravi Sinha, IPS (CG:88) to be the new Secretary, Research & Analysis Wing. pic.twitter.com/vEr3hfokZJ
— ANI (@ANI) June 19, 2023
सिन्हा ने सामंत कुमार गोयल की जगह ली है, जिनका कार्यकाल 30 जून, 2023 को पूरा हो रहा है। आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दो साल के कार्यकाल के लिए रॉ के सचिव के रूप में सिन्हा की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
सिन्हा बिहार के भोजपुर के रहने वाले हैं। दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई की और 1988 में यूपीएससी परीक्षा पास की। यूपीएससी के तहत मध्य प्रदेश के अधिकारी के रूप में सेवा की शुरुआत की। 2000 में अलग राज्य बनने पर छत्तीसगढ़ कॉडर मिला।
सिन्हा दो दशक से अधिक समय से इस प्रतिष्ठित खुफिया एजेंसी से जुड़े रहे हैं। वह अपनी पदोन्नति से पहले रॉ की अभियानगत शाखा का नेतृत्व कर रहे थे। पड़ोसी देशों के मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर के अलावा कई देशों में बड़े पैमाने पर काम किया है।
वह ऐसे समय में रॉ की कमान संभाल रहे हैं, जब कुछ देशों से सिख चरमपंथ को हवा देने की कोशिशें की जा रही हैं। सिन्हा के पूर्ववर्ती गोयल को जून 2019 में दो साल के लिए रॉ प्रमुख नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें 2021 और जून 2022 में एक-एक साल का दो बार सेवा विस्तार दिया गया था।
माना जाता है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों के विशेषज्ञ गोयल ने पाकिस्तान के बालाकोट में फरवरी 2019 के सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सर्जिकल स्ट्राइक पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए की गई थी। पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक आत्मघाती हमलावर ने यह हमला किया था। हमले के जवाब में, भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी, 2019 को बालाकोट में जैश के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया था।