गोमूत्र से कीटनाशक बनाएगी छत्तीसगढ़ सरकार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी जानकारी
By शिवेंद्र राय | Published: July 29, 2022 03:49 PM2022-07-29T15:49:05+5:302022-07-29T15:51:40+5:30
‘गोधन न्याय योजना’ के तहत छत्तीसगढ़ सरकार 4 रुपये प्रति लीटर की दर से गोमूत्र खरीदेगी जिसका इस्तेमाल खेती के लिए कीटनाशक बनाने में किया जाएगा। इस योजना के तहत पशुपालक से खरीदे गए गोबर का उपयोग सरकार वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए करेगी।
रायपुर: छत्तीसगढ़ मे कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार अब गोमूत्र से कीटनाशक बनाएगी। ये जानकारी खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर पर दी। कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा के ट्वीट के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा, "हमने ‘गोधन न्याय योजना’ से गोबर खरीदना प्रारंभ किया और उससे वर्मी कम्पोस्ट बनाना शुरू किया। जिसका प्रयोग छत्तीसगढ़ के लोग करने लगे और जैविक खेती की तरफ बढ़ने लगे। लेकिन जब कीटनाशक के प्रयोग की बारी आती थी, तब रासायनिक कीटनाशक ही विकल्प थे। गौ-मूत्र से अब हम कीटनाशक भी बनाएँगे।"
हमने ‘गोधन न्याय योजना’ से गोबर खरीदना प्रारंभ किया और उससे वर्मी कम्पोस्ट बनाना शुरू किया।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 29, 2022
जिसका प्रयोग छत्तीसगढ़ के लोग करने लगे और जैविक खेती की तरफ बढ़ने लगे।
लेकिन जब कीटनाशक के प्रयोग की बारी आती थी, तब रासायनिक कीटनाशक ही विकल्प थे।
गौ-मूत्र से अब हम कीटनाशक भी बनाएँगे। https://t.co/9I6ZSAmFX7
इससे पहले मिलिंद देवरा ने छत्तीसगढ़ सरकार की ‘गोधन न्याय योजना’ की तारीफ करते हुए लिखा था, "छत्तीसगढ़ सरकार की ₹4 प्रति लीटर गोमूत्र खरीद योजना गाय क्रूरता को कम करेगी और जैविक खाद जैसे गैर-डेयरी गाय उत्पादों को बढ़ावा देगी। आध्यात्मिक भावनाओं के साथ-साथ, यह एक बहुत बड़ा नैतिक और पर्यावरणीय मुद्दा भी है। मैं भूपेश बघेल जी को बधाई देता हूं।"
क्या है ‘गोधन न्याय योजना’
‘गोधन न्याय योजना’ छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा गाय पालने वाले पशुपालक किसानो से गाय का गोबर और गोमूत्र खरीदा जायेगा। इस योजना के तहत पशुपालक से खरीदे गए गोबर का उपयोग सरकार वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए करेगी। वहीं गोमूत्र से कीटाशक बनाया जाएगा। इस योजना का लाभ सीधे छत्तीसगढ़ राज्य के पशु पालने वालो को होगा। गाय का गोबर कई तरह के काम में आता है। इसके माध्यम से अच्छा इंधन तैयार होता है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गाय जा गोबर 2 रूपये प्रति किलो की दर से ख़रीदा जायेगा। इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में स्वतंत्र रूप से आत्मनिर्भर गौठानों (पशुधन आश्रयों) में गोमूत्र की खरीद की जाएगी। प्रदेश में गोमूत्र क्रय की दर के रूप में न्यूनतम 4 रुपये प्रति लीटर आदर्श किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के अंतर्गत खरीदे गए गोबर से बिजली बनाने का कार्य भी किया जाएगा। जबकि गोमूत्र का इस्तेमाल खेती के लिए कीटनाशक बनाने में होगा।