किसान प्रदर्शन पर टिप्पणी करने से पहले तथ्य जांचें परखें: भारत
By भाषा | Published: February 3, 2021 02:11 PM2021-02-03T14:11:32+5:302021-02-03T14:11:32+5:30
नयी दिल्ली, तीन फरवरी भारत ने किसानों के प्रदर्शन पर पॉप गायिका रिहाना सहित विदेशों की मशहूर हस्तियों एवं अन्य लोगों की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि कृषि सुधारों के बारे में देश के किसानों के एक बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं और विरोध प्रदर्शन के बारे में टिप्पणी करने की जल्दबाजी से पहले तथ्यों की जांच परख की जानी चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘‘ खास तौर पर मशहूर हस्तियों एवं अन्य द्वारा सोशल मीडिया पर हैशटैग और टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाने की ललक न तो सही और न ही जिम्मेदाराना होती है।’’
विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी पॉप गायिका रिहाना और स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में ट्वीट किया है ।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत के संसद ने कृषि क्षेत्र से जुड़ा सुधारवादी विधेयक पारित किया है।
इसमें कहा गया है कि कुछ निहित स्वार्थी समूहों ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने का प्रयास किया।
बयान में कहा गया है कि, ‘‘ हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि इन प्रदर्शनों को भारत के लोकतांत्रिक आचार और राजनीति के संदर्भ और सरकार के संबंधित किसान समूहों से गतिरोध दूर करने के प्रयासों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।’’
मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि हम अपील करते हैं कि ऐसे मामलों में कोई भी टिप्पणी करने की जल्दबाजी से पहले तथ्यों को परखना चाहिए और मुद्दों के बरे में उपयुक्त समझ बनानी चाहिए।
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