चन्नी ने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका
By भाषा | Updated: December 27, 2021 00:53 IST2021-12-27T00:53:51+5:302021-12-27T00:53:51+5:30

चन्नी ने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका
फतेहगढ़ साहिब (पंजाब), 26 दिसंबर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने वार्षिक ‘शहीदी सभा’ के दूसरे दिन रविवार को गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका।
‘शहीदी सभा’ गुरु गोबिंद सिंह के दो छोटे पुत्रों बाबा जोरावर सिंह तथा बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की शहादत को समर्पित है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि दसवें सिख गुरु गोबिंद सिंह के छोटे पुत्रों और गुरु तेग बहादुर की पत्नी माता गुजरी की शहादत मानव जाति के इतिहास में अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि वह यहां महान शहीदों को श्रद्धांजलि देने आए हैं।
चन्नी ने दोनों स्थानों के बीच संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि गुरु साहिब के बड़े पुत्र श्री चमकौर साहिब में और छोटे पुत्र फतेहगढ़ साहिब में शहीद हुए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शहीदों के सम्मान में इन दोनों स्थानों को आपस में जोड़ने का निर्णय लिया है।
बयान में कहा गया है कि जीटी रोड, सरहिंद से आगे श्री चमकौर साहिब तक होशियारपुर मुख्य सड़क को आपस में जोड़ा जाएगा और इसका नाम माता गुजरी जी मार्ग रखा गया है। चन्नी ने कहा, इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसे राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने के लिए एक पत्र लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि फतेहगढ़ साहिब में शहीद बाबा संगत सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। चन्नी ने कहा कि बाबा संगत सिंह मुगलों का सामना करते हुए श्री चमकौर साहिब में शहीद हो गए थे। मुगलों ने उन्हें गुरु गोबिंद सिंह समझ लिया था और उनके पार्थिव शरीर को श्री चमकौर साहिब से यहां लाया गया था।
मुख्यमंत्री चन्नी ने नकोदर में डेरा बाबा मुराद शाह और दरबार अलमस्त बापू लाल बादशाह में भी मत्था टेका। डेरा बाबा मुराद शाह में चन्नी ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रार्थना की, साथ ही पंजाब के लोगों की अधिक प्रभावी ढंग से सेवा करने के लिए आशीर्वाद मांगा।
उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों से एकत्रित एक ‘संगत’ से भी मुलाकात की और बातचीत की। चन्नी ने नकोदर में दरबार बापू लाल बादशाह में भी मत्था टेका। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने दोनों धार्मिक स्थलों के लिए 11-11 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
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