Chandrayaan-3: 'चांद मुबारक', सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दी देश और इसरो वैज्ञानिकों को बधाई
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 24, 2023 09:54 AM2023-08-24T09:54:38+5:302023-08-24T10:01:14+5:30
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो और देश को शुभकामना देते हुए कहा कि चांद मुबारक! अभी और भी आगे जाना है।
लखनऊ:चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग से पूरे देश में खुशी और उल्लास का माहौल है। इसरो वैज्ञानिकों की इस महान उपलब्धि पर न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के तमाम बड़े नेता लगातार बधाई और शुभकामना संदेश दे रहे हैं।
इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी देश को शुभकामनाएं देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर, "चांद मुबारक! अभी और भी आगे जाना है।"
चाँद मुबारक!@isro#INDIA 🇮🇳
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 23, 2023
अब और भी आगे जाना है…
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने ट्विटर पर यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर सपा के पोस्टर के साथ पर्वतारोही अभिनीत मौर्य की फोटो साझा करते हुए लिखा, "ऊँचाई पर पहुँचकर भी बराबरी का समाजवादी संदेश देनेवाले… यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस फतेह करनेवाले पर्वतारोही साहसी अभिनीत मौर्य को बधाई व शुभकामनाएँ!!!"
ऊँचाई पर पहुँचकर भी बराबरी का समाजवादी संदेश देनेवाले… यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस फतेह करनेवाले पर्वतारोही साहसी अभिनीत मौर्य को बधाई व शुभकामनाएँ!!! pic.twitter.com/8CorSeDVDq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 24, 2023
इसरो के भारतीय वैज्ञानिकों के सराहनीय प्रयास के चंद्रयान-3 ने न केवल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्व लैंडिंग की बल्कि ऐसा करने वाला भारत विश्व का पहला देश बना है।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में 23 अगस्त 2023 की तारीख एक महत्वपूर्ण पन्ने के तौर पर दर्ज हो गई है। अमेरिका, रूस, तीन और ब्रिटेन के साथ भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला विश्व का चौथा देश बन गया है।
चंद्रयान-3 के चंद्र मॉड्यूल विक्रम की चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने अभियान की सफलता के बारे में देश को जानकारी दी। उन्होंने ऐलान किया कि भारत अब चांद पर पहुंच गया है।
इस असाधारण क्षण के साक्षी बनते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से इस ऐतिहासिक क्षणों के साक्षी बने और देश के साथ इसरो वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने इसे एक नए भारत की सुबह के रूप में घोषित किया।