चंद्रयान-2 पर पाकिस्तानी मंत्री ने ट्वीट करके कसा तंज, भारत-पाक यूजर्स ने लगाई जमकर लताड़
By ज्ञानेश चौहान | Published: September 7, 2019 05:34 PM2019-09-07T17:34:53+5:302019-09-07T17:34:53+5:30
पाकिस्तानी मंत्री के ट्वीट पर उन्हें भारत ही नहीं अब पाकिस्तान से भी करारा जवाब मिल रहा है। जब वे ट्रोल हुए, तो लिखा कि मुझे ऐसे ट्रोल किया जा रहा है, जैसे मैंने ही इस मिशन को फेल कर दिया हो।
पाकिस्तान समय-समय पर ऐसा कुछ कह देता है या कर देता है जिसकी दुनियाभर में खिल्ली उड़ने लगती है। अब पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने चंद्रयान-2 पर ही बेहूदा टिप्पणी कर डाली। फवाद ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक ट्टीट किया जिसमें लिखा- 'जो काम आता नहीं हैं उससे पंगा नहीं लेते डियर एंडिया'। फवाद ने ट्वीट में व्यंग्य करते हुए इंडिया की जगह एंडिया लिखा। फवाद के ट्वीट पर उन्हें भारत ही नहीं अब पाकिस्तान से भी करारा जवाब मिल रहा है।
फवाद ने एक भारतीय यूजर के ट्वीट पर बड़ी बेशर्मी से रिट्वीट किया। भारतीय यूजर अभय कश्यप के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा- सो जा भाई मून की बजाय मुंबई में उतर गया खिलौना। इसके बाद वे ट्रोल हुए, तो लिखा कि मुझे ऐसे ट्रोल किया जा रहा है, जैसे मैंने ही इस मिशन को फेल कर दिया हो।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पत्रकार, लेखक और जाने-माने बलोच नेता तारेक फतह ने फवाद चौधरी के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने अपनी ट्वीट में फवाद की तुलना कूड़े से कर दी और कहा कि उन्हें चंद्रयान की नहीं बल्कि अपनी गधा गाड़ी के बारे में सोचना चाहिए। यही नहीं फवाद के इस ट्वीट को लेकर अपने ही घर में घिर गए हैं। मसलन पाकिस्तानी अवाम ने उन्हें आईना दिखा दिया है।
एक ट्वीटू सुल्तान नाम के यूजर ने लिखा कि मैं पाकिस्तानी होने पर गर्व महसूस करता हूं। लेकिन जब विज्ञान और तकनीकी मंत्री को किसी के सफलता और असफलता पर बयान देते देखता हूं तो मुझे लगता है कि छोटे लोगों ने बड़े कार्यालयों पर कब्जा कर लिया है।
चांद से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर टूटा संपर्क
चांद पर लैंडिंग से 2.1 किलोमीटर पहले लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया है। जिसकी वजह से इसरो किसी नतीजे तक नहीं पहुंचा है। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा है कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा है कि उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें। पीएम मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों से कहा, यह आपकी कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, आपने बहुत उत्तम सेवा की है, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं।