सीबीआई ने कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार के दौरान नेताओं की फोन टैपिंग की जांच संभाली
By भाषा | Published: August 31, 2019 07:36 PM2019-08-31T19:36:45+5:302019-08-31T19:36:45+5:30
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एजेंसी ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर एक प्राथमिकी दर्ज करायी है। येदियुरप्पा ने सीबीआई जांच की घोषणा की थी। जद(एस) के अयोग्य करार दिए विधायक ए एच विश्वनाथ के खुलासे के बाद से यह स्कैण्डल जोर पकड़ रहा है।
सीबीआई ने कर्नाटक में पूर्ववर्ती कांग्रेस-जद(एस) सरकार के दौरान नेताओं की कथित फोन टैपिंग की जांच की जिम्मेदारी संभाली है।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एजेंसी ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर एक प्राथमिकी दर्ज करायी है। येदियुरप्पा ने सीबीआई जांच की घोषणा की थी। जद(एस) के अयोग्य करार दिए विधायक ए एच विश्वनाथ के खुलासे के बाद से यह स्कैण्डल जोर पकड़ रहा है।
जद(एस) के प्रदेश अध्यक्ष रहे और बगावत करने वाले विश्वनाथ ने एच डी कुमारस्वामी सरकार पर फोन टैप करने और उनके समेत 300 से अधिक लोगों की जासूसी करने का आरोप लगाया था। सिद्दरमैया, एम. मल्लिकार्जुन खड़गे और गठबंधन सरकार में गृह मंत्री एम बी पाटिल समेत कई कांग्रेस नेताओं ने जांच की मांग की जबकि पार्टी के अन्य अहम नेता और पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार ने जासूसी के आरोपों को खारिज कर दिया व कुमारस्वामी का समर्थन किया।
Central Bureau of Investigation (CBI) has registered a case, on the request of Karnataka govt, and further notification of Govt of India related to alleged illegal telephone interception of several ruling party and opposition leaders and their relatives, and govt officers. pic.twitter.com/zR2Kh73VRF
— ANI (@ANI) August 31, 2019
खबरों के अनुसार, सिद्दरमैया के करीबियों के फोन भी टैप कराए गए थे। सिद्दरमैया उस समय गठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख थे। पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार समेत कई भाजपा नेताओं ने कुमारस्वामी पर अपनी सरकार बचाने के लिए फोन टैपिंग कराने का आरोप लगाया।